शर्मनाक: खगड़िया सदर अस्पताल की घोर लापरवाही के कारण एक मां की कोख गई उजड़… आरोपी पर सख्त कारवाई को लेकर सन्नी हिमवान आमरण अनशन पर… पत्रकार मधुर ने इंसाफ के लिए मामला दर्ज कराया…
शर्मनाक: खगड़िया सदर अस्पताल की घोर लापरवाही के कारण एक मां की कोख गई उजड़… आरोपी पर सख्त कारवाई को लेकर सन्नी हिमवान आमरण अनशन पर… पत्रकार मधुर ने इंसाफ के लिए मामला दर्ज कराया…
खगड़िया/कोशी एक्सप्रेस/ प्रदेश सरकार सहित स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार राज्य के सभी अस्पतालों में गर्भवती व प्रसूति महिलाओं के लिए विशेष कारगर व्यवस्था की घोषणा की जाती रही है, लेकिन सदर अस्पतालों की दुर्दशा और को व्यवस्था से आम जनता त्रस्त है।
मालूम हो कि खगड़िया सदर अस्पताल के डॉक्टरों, नर्सों व हॉस्पिटल मैनेजमेंट की लापरवाही से स्थानीय चित्रगुप्त नगर, डुमरी कॉलोनी निवासी प्रसूति भारती कुमारी के नवजात शिशु की मौत प्रसव के पहले पेट में ही हो गई। बताया गया है कि उक्त पीड़ित महिला भारती कुमारी विगत 2 मार्च 2022 को सदर अस्पताल खगड़िया पहुंच कर डिलिवरी कराने के लिए सदर अस्पताल के डॉक्टरों से गुहार लगाती रही, लेकिन डॉक्टर एवं नर्सों ने डिलीवरी कराने से इनकार करते हुए कहा कि अभी डिलीवरी का समय नहीं हुआ है। प्रसूति हॉस्पिटल से वापस घर चले गई, परंतु असहनीय दर्द होने के बाद प्रसूति महिला के भाई संजीव कुमार व परिजनों पुनः 5 मार्च 2022 को सदर अस्पताल का दरवाजा खटखटाया, आश्चर्य है कि तड़पती प्रसूति की फरियाद सदर अस्पताल प्रशासन द्वारा नहीं सुनी गई, इसके बाद सामाजिक कार्यकर्ताओं और परिजनों ने अस्पताल के खिलाफ जोरदार शब्दों में विरोध करना शुरू किया और तब जाकर एक डॉक्टर ने महिला का जांच करते हुए कहा कि अब सिजेरियन ऑपरेशन करना पड़ेगा। परिजनों ने प्रेस को बताया कि डॉक्टर के जाने के 5 मिनट बाद ही उक्त महिला की डिलीवरी नॉर्मल हुआ लेकिन नवजात शिशु की मौत प्रसूति के पेट में होने से चारों तरफ सन्नाटा छा गया।
इस लापरवाही में संलिप्त डॉक्टरों नर्सों एवं हॉस्पिटल मैनेजमेंट के विरुद्ध जन आक्रोश पसर गया।
परिजनों का कहना है कि प्रसूति भारती कुमारी का डिलीवरी सही समय पर नहीं होने और इलाज में कोताही बरतने की वजह से नवजात की मौत प्रसूति की पेट में हो गई और प्रसूति महिला की जान खतरे में आ गई। तत्पश्चात परिजनों ने महिला का बेहतर इलाज के लिए बेगूसराय के एक निजी क्लीनिक में भर्ती कराया, जहां अभी भी इलाजरत है।
इस लोमहर्षक घटना में शामिल सदर अस्पताल के डॉक्टरों, नर्सों व हॉस्पिटल मैनेजमेंट के विरुद्ध सामाजिक कार्यकर्ता सन्नी हिमवान आमरण अनशन पर सदर अस्पताल की चौखट पर बैठकर इंकलाब का ऐलान करने का साहस किया है। लेकिन आजतक जिला प्रशासन, सदर अस्पताल मैनेजमेंट, सिविल सर्जन की नींद नहीं टूटी है।
विदित हो की इस लोमहर्षक घटना के विरुद्ध प्रेस एसोसिएशन ऑफ बिहार के अध्यक्ष आरएमपी मधुर ने प्रामाणिक तथ्यों सहित जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के यहां परिवाद दर्ज कराया है।जारी
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