खगड़िया: बापू मध्य विधालय परिसर में भारत के प्रथम शिक्षामंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती मनाई गई… जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना, शिक्षा विभाग खगड़िया की अध्यक्षता में हुआ कार्यक्रम संपन्न… मौलाना अबुल कलाम आजाद एक महान् राजनेता, स्वतंत्रता सेनानी व लेखक थे-चन्द्रमणि मिश्रा/एचएम
खगड़िया: बापू मध्य विधालय परिसर में भारत के प्रथम शिक्षामंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती मनाई गई… जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना, शिक्षा विभाग खगड़िया की अध्यक्षता में हुआ कार्यक्रम संपन्न… मौलाना अबुल कलाम आजाद एक महान् राजनेता, स्वतंत्रता सेनानी व लेखक थे-चन्द्रमणि मिश्रा/एचएम… खगड़िया/कोशी एक्सप्रेस/ स्थानीय बलुआही स्थित बापू मध्य विधालय के परिसर में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना, शिक्षा विभाग खगड़िया की अध्यक्षता में भारत के प्रथम शिक्षामंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती मनाई गई।
सर्वप्रथम जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सुरेन्द्र कुमार ने मौलाना आजाद के तैलचित्र पर माल्यार्पण करते हुए पुष्प अर्पित किया। इस अवसर पर श्री कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि मौलाना आजाद कवि, लेखक, पत्रकार और भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे। वे महात्मा गांधी के सिद्धान्तों का समर्थन करते थे तथा हिन्दु मुस्लिम एकता के प्रतीक थे। स्वतंत्रता के बाद वे भारत के पहले शिक्षामंत्री बने और विश्वविधालय आयोग की स्थापना में उनके सबसे अविस्मरणीय कार्यों में एक था।
प्रधानाध्यापक चन्द्रमणि मिश्र ने कहा कि मौलाना आजाद अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ थे। उन्होंने अंग्रेजी सरकार को आम आदमी के शोषण के लिए जिम्मेवार ठहराया। उन्होंने मुस्लिम नेताओं की भी आलोचना की जो उनके अनुसार देश के हित के समक्ष साम्प्रादायिक हित को तरजीह दे रहे थे। मरणोपरांत उन्हें देश रत्न से नवाजा गया।
इस मौके पर छात्रा प्रेरणा कुमारी, सिद्धि रानी ने भी अपने विचार व्यक्त की।
जयंती समारोह में अमरकांत शरण, कर्णप्रिया, राजेश कुमार राजेश, स्वर्णरेखा, वीणापाणि, रिपुंजयनिराला, वसीम अकरम, अशुंमान कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे।