राजमाता माधुरी टीचर ट्रेनिंग कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने निकाली तिरंगा रैली…कुलसचिव डॉ राकेश कुमार सिंह ने वंदे मातरम् जय घोष के साथ जत्थे को किया रवाना …घर-घर में तिरंगा फहराने का आह्वान…
राजमाता माधुरी टीचर ट्रेनिंग कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने निकाली तिरंगा रैली…कुलसचिव डॉ राकेश कुमार सिंह ने वंदे मातरम् जय घोष के साथ जत्थे को किया रवाना…घर-घर में तिरंगा फहराने का आह्वान…
खगड़िया/कोशी एक्सप्रेस/ आज आवास बोर्ड स्थित राजमाता माधुरी देवी टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में शिक्षेत्र कर्मचारी के नियोजन के लिए डॉ राकेश कुमार विभागाध्यक्ष नैनो टेक्नोलॉजी केंद्र एवं कुलसचिव आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय पटना तथा स्वदेशी कॉलेज ऑफ एजुकेशन के प्राचार्य डॉक्टर निरंजन सिंह का आगमन हुआ ।
इस अवसर पर छात्र अध्यापक एवं छात्र अध्यापिकाओ को संबोधित करते हुए डॉक्टर निरंजन सिंह ने कहा डॉ राकेश कुमार सिंह भौतिक विज्ञान के प्रोफ़ेसर रहे हैं तथा वर्तमान समय में नैनो टेक्नोलॉजी केंद्र आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के विभागाध्यक्ष है। इनके द्वारा करीब 150 से ज्यादा रिसर्च पेपर प्रकाशित किया गया, इन्हें कई राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित किया गया है। इन के सहयोग से आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय में नैनो टेक्नोलॉजी रिसर्च के लिए लगभग 25 करोड़ की लागत से एक लैब स्थापित किया गया है।
वर्ग को संबोधित करते हुए डॉ राकेश कुमार सिंह ने कहा जो इनोवेटिव होते हैं उसके रोजगार की चिंता ईश्वर करते हैं ।प्रकृति के सत्य का अध्ययन ही विज्ञान है। प्रकृति ही किसी विषय को सीखने का सबसे अच्छी प्रयोगशाला है।
अंत में कुलसचिव महोदय ने हर घर तिरंगा के लिए कॉलेज के छात्र अध्यापक एवं छात्र अध्यापिकाओं के जुलूस को हरी झंडी दिखाकर क्षेत्र भ्रमण के लिए रवाना किए ।कॉलेज के छात्र अध्यापकों द्वारा लगभग समाज में 500 घरों को तिरंगा झंडा भेंट कर उसको अपने घर पर लगाने का आग्रह किया । इस तरह हर घर तिरंगा योजना को जन जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर कॉलेज के चेयरमैन डॉ रीना कुमारी रूबी, संरक्षक डॉ स्वामी विवेकानंद, प्राचार्य डॉ इंद्रजीत, प्रो अजय कुमार यादव, प्रीति कुमारी, प्रो शोभा कुमारी, प्रो बिंद बहादुर कुशवाहा, प्रो अजीत प्रदीप कुमार, प्रो डॉ इंद्रजीत, प्रो हरीश किशोर ठाकुर, प्रो शशि भूषण कुमार आदि उपस्थित थे।
नोटं- प्रसारित समाचार की जिम्मेवारी प्रेस की नहीं है तथा विज्ञापनों की प्रामाणिकता से प्रेस का कोई सबंध नहीं है – संपादक