डीएम आलोक रंजन घोष ने पंचायत सचिव पद पर अनुशंसित 25 अभ्यर्थियों को सौंपा औपबंधिक नियुक्ति पत्र..शुभकामनाएं देते हुए सेवाभाव संकल्प का दिया निर्देश …
डीएम आलोक रंजन घोष ने पंचायत सचिव पद पर अनुशंसित 25 अभ्यर्थियों को सौंपा औपबंधिक नियुक्ति पत्र..शुभकामनाएं देते हुए सेवाभाव संकल्प का दिया निर्देश … खगड़िया/कोशी एक्सप्रेस/आज 29.07.22 को जिलाधिकारी डॉ आलोक रंजन घोष के कर कमलों से बिहार कर्मचारी चयन आयोग, पटना से पंचायत सचिव के पद पर अनुशंसित 25 अभ्यर्थियों को औपबंधिक नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया। इन्हें वेतनमान 5200-20200, ग्रेड पे-2000 (लेवल 3) में औपबंधिक रूप से नियुक्ति प्रदान की गई।
अभ्यर्थियों के औपबंधिक योगदान के 3 महीने के अंदर इनके प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराकर ही नियुक्ति पत्र की सम्पुष्टि निर्गत की जानी है। औपबंधिक नियुक्ति पत्र का आदेश जारी होने के 7 दिनों के अंदर अभ्यर्थियों को अपना योगदान जिला पंचायत राज पदाधिकारी, खगड़िया के समक्ष करते समय वांछित मूल दस्तावेजों एवं इनकी स्वअभिप्रमाणित छाया प्रति भी देनी है।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने नवनियुक्त पंचायत सचिवों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आपसे जिले को बहुत सी अपेक्षाएं हैं। युवा पंचायत सचिवों के रहने से आम जनता को सहूलियत होनी चाहिए एवं उनकी समस्याओं का समाधान होना चाहिए। इन्हें प्रारंभिक प्रशिक्षण भी दिया जाना है, ताकि योजनाओं की प्रविष्टि एवं कार्यों के विषय में जानकारी प्राप्त हो सके। बाद में सरकार द्वारा निर्धारित अवधि का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि पंचायत सचिव का पद स्थानांतरण होता है इसलिए नौकरी का महत्व समझते हुए मन लगाकर काम करें। पंचायत स्तरीय पदाधिकारी होने के नाते इनसे अपेक्षा है कि निर्मित पंचायत सरकार भवनों का प्रयोग होना चाहिए और सभी जनप्रतिनिधि एवं सरकारी कर्मी वहां उपस्थित रहें। जिलाधिकारी ने उन्हें मुख्यालय में ही रहने का निर्देश दिया। उन्होंने निर्देश दिया कि पूरे सेवाभाव के साथ लोगों को सुविधा प्रदान करने का संकल्प लें।
इस अवसर पर अपर समाहर्ता मोहम्मद राशिद आलम, निदेशक, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण मोहम्मद शहादत हुसैन, जिला पंचायत राज पदाधिकारी मोहम्मद फैयाज अख्तर, वरीय उप समाहर्ता श्री चंदन कुमार, श्री राजन कुमार, अन्य पदाधिकारियों सहित सभी नवनियुक्त पंचायत सचिव उपस्थित थे।
नोटं- प्रसारित समाचार की जिम्मेवारी प्रेस की नहीं है तथा विज्ञापनों की प्रामाणिकता से प्रेस का कोई सबंध नहीं है – संपादक