जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद जमाल कोरोना महामारी जागरुकता अभियान पर दिया अमूल्य संदेश… ‘‘कोरोना वैक्सीन सबों के लिए जरुरी है’’

दयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद जमाल कोरोना महामारी जागरुकता अभियान पर दिया अमूल्य संदेश… ‘‘कोरोना वैक्सीन सबों के लिए जरुरी है’’… खगड़िया/कोशी एक्सप्रेस/आज शनिवार 31 जुलाई 2021 को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम तहत स्थानीय गौशाला रोड स्थित एक निजी विवाह भवन के सभागार कक्ष में जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की बैठक आयोजित हुई। जिसमें बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक समाज के लोगों को मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद जमाल ने संबोधित किया और कहा कि कोविड-19 महामारी को अल्पसंख्यक समाज के लोगों में कोरोना वैक्सीन को लेकर फैले भ्रम को दूर करना होगा। वह बिहार सरकार के 6 माह में 6 करोड़ लोगों को वैक्सीन दिलाने के संकल्प को पूरा करने के अभियान पर निकले हैं। वह कोरोना वैक्सीन को लेकर अकलियत समाज के बीच फैली भ्रांतियां को लेकर समाज में जागरूकता फैलाएंगे। उन्होंने सभी अकलियत कार्यकर्ताओं से अपील की और कहा कि सभी कार्यकर्ता अपने अपने जगह पर कोरोनावायरस की वैक्सीन को लेकर जागरूकता फैलाएं और सभी को वैक्सीन लेने की सलाह दें। अकलियत समाज को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने के साथ-साथ टीकाकरण अभियान को सफल बनाने में सरकार को सहयोग करने की अपील की। क्योंकि मुख्यमंत्री के निर्देश पर वैक्सीन चेतना कार्यक्रम जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ संपूर्ण बिहार में चला रहा है। इसलिए प्राथमिकता के साथ कोरोना वैक्सीन लगवाकर अकलियत समाज जिम्मेदार नागरिक का परिचय दें। वहीं उन्होंने अकलियत समाज के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा किये जा रहे विकास पर भी चर्चा करते हुए कहा कि अल्पसंख्यक समाज के लोगों के उत्थान को लेकर सरकार प्रतिबद्ध है। क्योंकि माननीय मुख्यमंत्री ने कहा था कि मैं वादा करता हूं कि अल्पसंख्यक समाज को मुख्यधारा में लाऊंगा। हम सेवा करने वाले हैं, हम को वोट की चिंता नहीं है। उन्होंने कहा था कि हम काम पर आधारित हैं कास्ट पर नहीं। हम क्राइम, करप्शन, कम्युनलिज्म को बर्दाश्त नहीं कर सकते। इस एकमात्र बयान से नीतीश कुमार और उनके नेतृत्व वाली सरकार की मंशा साफ हो गई थी। उन्होंने अल्पसंख्यक समाज के लोगों के लिए कई ऐसी योजनाओं को धरातल पर उतारा, जिसका दूरगामी व सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। राजनीतिक रूप से इन योजनाओं का असर दिखा है। नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार ने पंचायत से संसद तक हर राजनीति का स्तर पर अल्पसंख्यक की भागीदारी में वृद्धि की है। वहीं दूसरी ओर प्रशासन के हर संवर्ग में अल्पसंख्यकों की संख्याओं संख्यात्मक भागीदारी को बढ़ाने का भी प्रयास किया जा रहा है। इन लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के नियंत्रण अधीन 3 योजनाएं चलाई जा रही हैं। नया सवेरा योजना का उद्देश्य अल्पसंख्यक समुदाय के विद्यार्थियों को शैक्षणिक सशक्तिकरण है। इस परियोजना के तहत अल्पसंख्यक समुदाय के विद्यार्थियों का शैक्षणिक सशक्तिकरण है। इस लेकर उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रोत्साहित किया जाता है एवं पूर्ण रूप से निशुल्क प्रतियोगिता परीक्षा के लिए तैयार किया जाता है। योजना के उद्देश्य लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग तथा राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित प्रारंभिक परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले अभ्यर्थियों को प्रत्यक्ष रूप से आर्थिक सहायता उपलब्ध कराना है एवं राज्य सरकार की सेवाओं में नियुक्ति हेतु भाग लेने के लिए आर्थिक ताकत प्रदान करना है।माननीय नीतीश कुमार ने प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के तहत 50ः अंक के साथ पास करने वाले अल्पसंख्यक छात्र- छात्राओं के लिए अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति योजना की शुरुआत कर रखी है। जिन छात्रों के परिजनों की सलाना आय एक लाख से कम है उनके लिए फ्री में स्कूल, ट्यूशन फी, नामांकन शुल्क आदि की व्यवस्था की गई है। मैट्रिक पास करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए प्रोत्साहन राशि की व्यवस्था की गई है। इसमें प्रथम और द्वितीय श्रेणी से पास अभ्यर्थियों के लिए नगद राशि दी जाती है। इसके अलावा अल्पसंख्यक कल्याण छात्रावास अनुदान, मौलाना आजाद राष्ट्रीय योजना, शिक्षा ऋण योजना, ब्याज इमदाद योजना, उस्ताद योजना, हमारी धरोहर योजना, तलाकशुदा महिलाओं के लिए सहायता समितियों का गठन, वक्फ समितियों की रक्षा एवं विकास के लिए समिति का गठन, हज यात्रियों के लिए सुविधा, उर्दू का विकास, सरकारी तंत्र का गठन ताकि अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के लिए विभिन्न योजनाओं को धरातल पर उतारा जा सके, उर्दू का विकास कैसे हो, इसे लेकर कई समितियों का गठन,अल्पसंख्यक समुदाय के नामचीन लोगों के नाम पर भवन का नामकरण करना, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की शाखा स्थापना करना, कब्रिस्तान घेराबंदी योजना, मदरसा सुदृढ़ीकरण योजना,अल्पसंख्यक रोजगार ऋण योजना, मुख्यमंत्री श्रमशक्ति योजना, नई रोशनी, हुनर योजना, मुफ्त कोचिंग योजना, सर्व शिक्षा योजना जिसके तहत तालिमी मरकज का संचालन किया जाना (बिहार में अब तक 10 हजार से अधिक तालिमी मरकज की स्थापना की जा चुकी है), मौलाना आजाद शिक्षा प्रतिष्ठान आदि कई ऐसे ऐसी योजनाएं हैं जिनसे अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के जीवन स्तर में सुधार आया है और वह भी समाज की मुख्यधारा में शामिल होकर राज्य और देश के विकास में अपनी भूमिका निभा रहे हैं। इस अवसर पर खगड़िया जिला जद यू जिलाध्यक्ष बबलू मंडल,पूर्व प्रदेश सचिव मो0 शाहब उद्दीन, अरविंद मोहन,दीपक सिन्हा,मो. गयासुद्दीन, मो. इरफान, मो.ऐनुल हक, मो. नासिर इकबाल, मो. लाल, मो. साजिद साहब, मो. सलाम, मो. गफ्फार,सुनील कुमार मुखिया, सावन कुमार, उमेश सरपंच, अमित प्रवीण, मो. सुभान, दीपक कुमार सिन्हा, पंकज कुमार पटेल, प्रोफेसर अजीम साहब, खालिद खान, शमशाद, हाजी अशफाक, इंजीनियर एजाज साहब, मो. हलीम अख्तर हसमत खातून समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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