श्रद्धांजलि: खगड़िया के वयोवृद्ध प्रसिद्ध चिकित्सक डा. सतीश चन्द्र के निधन से चिकित्सक समाज में मातम… उनकी दानशीलता और सहजता लोगोें को रुला रही है- आर.एम.पी. मधुर/ संपादक, द डाक्टर्स मैसेज
श्रद्धांजलि: खगड़िया के वयोवृद्ध प्रसिद्ध चिकित्सक डा. सतीश चन्द्र के निधन से चिकित्सक समाज में मातम… उनकी दानशीलता और सहजता लोगोें को रुला रही है- आर.एम.पी. मधुर/ संपादक, द डाक्टर्स मैसेज…
खगड़िया/ कोशी एक्सप्रेस/ विश्वस्तसूत्रों से जानकारी मिली है कि जिले के वयोवृद्ध प्रसिद्ध चिकित्सक डा. सतीश चन्द प्रसाद का निधन विगत 18 सितम्बर 2020 को चेन्नई में हो गया। इस दुखद खबर से जिलेवासियों को गहरा सदमा पहुंचा है क्योंकि स्व.डा. सतीश चन्द प्रसाद का जीवन गरीबों व असहाय लोगों की चिकित्सीय सहायता करने में बीता है।
जानकार लोगों ने प्रेस को बताया कि गंभीर और असाध्य रोगों का इलाज बहुत कम दवाईयां लिखकर डा. सतीश चन्द प्रसाद इलाज किया करते थे। यही वजह रहा है कि बहुत सारे फिजिशियनस रहने के बावजूद डा. सतीश चन्द्र के आवास पर मरीज घंटो इंतेजार किया करते थे और दवाई का पुर्जा लेकर मरीज हंसते हंसते क्लिनिक से बाहर आते थे।
मालूम हो कि वर्ष 2013-14 में जब बिहार सरकार द्वारा डाक्टरों पर कठोर एक्ट थोप दिया गया था, उनदिनों डा. सतीश चन्द प्रसाद ने बिहार के वरिष्ठ पत्रकार आर.एम.पी. मधुर को अपनी संवेदना से अवगत कराते हुए कानुनी लड़ाई लड़ने की प्रेरणा दी थी और लोगों को मालूम है कि इस संघर्ष में पूरे बिहार के समस्त चिकित्सा जगत के चिकित्सकों का सम्मान व सहयोग पत्रकार मधुर को मिला था।
विदित हो कि आईएमए बिहार, पटना, आईएमए बेगूसराय और मुंगेर के प्रबुद्ध चिकित्सकों ने डाक्टरों के अधिकार की लड़ाई को साकार किया।
द डाक्टर्स मैसेज के संपादक आर.एम.पी. मधुर एवं कोशी एक्सप्रेस के युवा संपादक पुरुषोत्तम कुमार ने डा. सतीश चन्द्र प्रसाद के निधन को अपूरणीय क्षति बताते हुए कहा कि उनका जीवन अत्यन्त शालीनता और सहजता में पिरोया हुआ था। आज उनकी स्मृति में कोशी एक्सप्रेस टीम, प्रेस एसोसिएशन आॅफ बिहार और द डाक्टर्स मैसेज के सभी सदस्यों ने अश्रुपूरित नेत्रों से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दिवंगत आतमा को शान्ति प्रदान करने हेतु ईश्वर से प्रार्थना की।
नोटं- प्रसारित समाचार से सहमत होना या ना होना हमारी जिम्मेवारी नहीं है- संपादक