खगड़िया : प्रदेश में STET परीक्षा रद्द होने के विरूद्ध अभाविप परिषद के कार्यकर्ता कल 23 मई को काला दिवस मनाएंगे… सरकार निर्णय पर पुनर्विचार करें अन्यथा अभाविप कार्यकर्ता आंदोलन करने पर बाध्य होंगे- कुमार शानु
खगड़िया : प्रदेश में STET परीक्षा रद्द होने के विरूद्ध अभाविप परिषद के कार्यकर्ता कल 23 मई को काला दिवस मनाएंगे… सरकार निर्णय पर पुनर्विचार करें अन्यथा अभाविप कार्यकर्ता आंदोलन करने पर बाध्य होंगे- कुमार शानु
खगड़िया/कोशी एक्सप्रेस/ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद खगड़िया जिला ने माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा ( STET ) परीक्षा के रद्द किए जाने पर पुनर्विचार करने के संबंध में राज्य के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री व बोर्ड अध्यक्ष के नाम पत्र जारी कर प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से छात्रों एवं शिक्षकों के भविष्य से खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए इस संबंध में कुछ सवाल खड़े किए हैं।
विद्यार्थी परिषद के भरत सिंह जोशी ने कहा कि, बिहार सरकार ने इसी साल 28 जनवरी को हुई परीक्षा को रद्द कर दिया। इसमें 2 लाख 43 हजार 141 परीक्षार्थियों ने भाग लिया था। बोर्ड ने परीक्षा के फिर से आयोजन को लेकर सरकार को शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव भेजा है जिससे ना केवल छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है तो वही दोबारा परीक्षा होने से उन्हें आर्थिक ध्वंस का भी सामना करना पड़ेगा। STET की परीक्षा दोबारा कब ली जाएगी, इसके बारे में शिक्षा विभाग ने कोई अधिसूचना जारी नही की है। जिससे अभी हाल ही में बिहार सरकार ने राज्य में जो 34 हजार पदों पर शिक्षक बहाली के लिए अधिसूचना जारी की थी, इस परीक्षा के रद्द होने का इस प्रक्रिया पर असर पड़ेगा। यह अन्याय पूर्ण निर्णय है।
वहीं परिषद के जिला संयोजक कुमार शानु ने कहा है कि, बिहार शिक्षा व्यवस्था-भ्रष्ट तंत्र के नतमस्तक हो गई है, जिसका परिणाम है कि लाखों युवाओं के भविष्य की परवाह किये बिना परीक्षा रद्द करने का आत्मघाती निर्णय लिया गया। अचानक से 16 मई को बोर्ड की 4 सदस्य टीम ने जानकारी देते हुए परीक्षा रद्द करने की बात कही है। जबकि परीक्षा समाप्त होने के बाद बोर्ड अध्यक्ष के द्वारा यह बात साफ तौर पर कहा गया था कि,”ना तो कहीं पर परीक्षा का पर्चा लीक हुआ और ना ही परीक्षा में किसी भी प्रकार का भ्रष्टाचार हुआ।”
तो फिर क्या मजबूरी है कि बिहार बोर्ड और बिहार सरकार को अपरिहार्य कारणों से परीक्षा को रद्द करना पड़ा ? क्या यह कोई गहरी साजिश तो नहीं ? आखिर क्यों एस टी ई टी एग्जाम कैंसिल के मामले में माननीय हाई कोर्ट का डिसीजन जब 22 मई को आना था तो कोर्ट के डिसीजन से पहले एग्जाम कैंसिल का डिसीजन बोर्ड के द्वारा क्यों ?
स्कूल में नए बहाली को रोकने का प्रयास क्यों ?
बिहार के 2950 नए हाई स्कूल में नौवीं की पढ़ाई इसी सन् 2020 से ही शुरू करने का सरकार द्वारा आदेश तो बिना शिक्षक बहाली के नए स्कूल में पढ़ाई कैसे संपन्न होगी ?
प्राथमिक को मध्य, मध्य को हाई तथा हाई को इंटर स्कूल में उत्क्रमित करने का आदेश, तो बिना शिक्षक बहाली के पढ़ाई कैसे ?
लाॅकडॉऊन के कारण लाखों बेरोजगार युवकों को बिहार में ही रोजगार मिल जाता लेकिन शिक्षक बहाली रोकना आखिर क्यों ?
हाई स्कूल में रिटायर्ड शिक्षक से पुण: सेवा लेना क्यों जरूरी ? कम से कम उतने नए शिक्षकों को रोजगार मिल सकता ?
उच्च शिक्षा जैसी बर्बादी का षड्यंत्र प्राथमिक शिक्षा में ही क्यों ?
प्राथमिक, मध्य एवं इंटर स्कूल में शिक्षकों की बहाली कब तक ? 34,000 पदों पर शिक्षक बहाली का अधिसूचना क्यों ?
कब तक बिहार में समय-समय पर शिक्षक बहाली के नियम बदलते रहेंगे ?
भरत सिंह जोशी व कुमार शानु ने संयुक्त रूप से सरकार से विनम्र निवेदन करते हुए कहा की STET की परीक्षा रद्द करने का निर्णय गलत था। इसलिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का सुविचारित मत है कि सरकार इस निर्णय पर पुनर्विचार करें। क्योंकि कोर्ट का निर्णय 22 को आना था निर्णय के पूर्व रद्द किया जाना कोर्ट का अवमानना भी है।इस निर्णय से कई प्रश्न खड़े होते हैं की आखिर किन लोगो, पदाधिकारियों को लाभ पहुंचाने का प्रयास हो रहे हैं।
कुमार शानु ने कहा – आठ वर्षों के बाद STET की परीक्षा आयोजित हुआ। ढाई लाख से अधिक अभियर्थियों ने आवेदन दिया। प्रदेश के वेवश लाचार युवाओं को उनके बदहाली पर छोड़ने के लिए परीक्षा रद्ध करने का निर्णय हुआ। उन्होंने कहा सुनियोजित तरीके से एक तरफ 34000 पदों पर शिक्षकों की बहाली को लेकर अधिसूचना जारी की वही दूसरी ओर STET की परीक्षा रद्द किया। इस पर प्रकरण में गहरी साजिश प्रतीत हो रही है। सरकार निर्णय पर पुनर्विचार करें अन्यथा इस लॉक डॉन के समय विद्यार्थी परिषद रचनात्मक दृष्टि से विचार करते हुए नहीं चाहती है की आंदोलन खड़ा कर कोई नया समस्या उत्पन्न हो। अन्यथा अभाविप कार्यकर्ता आंदोलन करने को बाध्य होंगे। वहीं परीक्षा रद्द होने के विरूद्ध 23 मई को अभाविप काला दिवस मनायेगी।
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