खगड़िया/ राशन घोटाला: आखिर ठुठी मोहनपुर डीलर उमेश सिंह पर एसडीओ की कृपा का रहस्य क्या है ? …जिप सदस्य मिथिलेश ने सदर एसडीओ धर्मेंन्द्र कुमार पर लिखित आरोप ठोका…

खगड़िया/ राशन घोटाला: आखिर ठुठी मोहनपुर डीलर उमेश सिंह पर एसडीओ की कृपा का रहस्य क्या है ? …जिप सदस्य मिथिलेश ने सदर एसडीओ धर्मेंन्द्र कुमार पर लिखित आरोप ठोका… खगडि़या/कोशी एक्सप्रेस/ आज रविवार को जिला परिषद सदस्य मिथिलेश यादव ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि उन्होंने विगत दिनांक 29-01-2020 को सदर अनुमंडल पदाधिकारी धर्मेन्द्र कुमार के विरुद्ध जिलाधिकारी महोदय को आवेदन समर्पित करते हुए दिए अवगत कराया था कि भ्रष्टाचार में लिप्त उक्त पदाधिकारी की कार्यप्रणाली व कार्यों के प्रति लापरवाही बरतने एवं पद की गरिमा का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है।


मिथिलेश यादव ने कहा कि अनुमंडल पदाधिकारी की मिलीभगत से जन वितरण प्रणाली विक्रेता उमेश सिंह द्वारा वर्षों से मृत एवं अपात्र लाभुकों के नाम पर अनाज एवं किरासन तेल का कालाबाजारी किया जा रहा है एवं दलालों के माध्यम से 60 प्रति क्विंटल की दर से सभी जन वितरण प्रणाली विक्रेता से कमिशन वसूला जा रहा है। श्री यादव ने यह भी आरोप लगाया कि अनुमंडल पदाधिकारी के पदस्थापन काल से ठुटठी मोहनपुर के जन वितरण प्रणाली विक्रेता उमेश सिंह के द्वारा ई बी नंबर 31 के लगभग 400 यूनिट अनाज का कालाबाजारी फरवरी 2019 से अक्टूबर 2019 तक किया जाता रहा । इस बात की जानकारी उन्हें जन वितरण प्रणाली विक्रेता उमेश सिंह के बेटा द्वारा दिनांक 14-01-2020 को मेरे खिलाफ अनुमंडल पदाधिकारी को दिए गए आवेदन से चला। मिथिलेश यादव ने सवालिया लहजे में कहा कि खाद्य सुरक्षा कानून के 2013 के तहत पात्र लाभुकों को हर हाल में प्रत्येक महीना समय पर खाद्यान्न मुहैया कराने का नियम है । अनुमंडल पदाधिकारी के लापरवाही के कारण ठुटठी मोहनपुर के लगभग 3 दर्जन से अधिक पात्र परिवारों को पिछले 3 माह से खाद्यान्न एवं किरासन तेल से वंचित रखा जा रहा है और उनके आवेदन को दबाने का हर संभव प्रयास अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा किया जा रहा है। इतना ही नहीं अनुमंडल पदाधिकारी अपनी कमी को छुपाने के लिए स्थानीय अपराधियों से सांठगांठ कर आवेदक को डराने धमकाने का कार्य करवा रहे हैं। श्री मिथिलेश यादव ने कहा कि क्या कारण है कि पिछले 3 महीने से लाभ से वंचित लाभुकों के आवेदन पर अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा आज तक कोई आदेश नहीं निकाला गया है । वहीं आरोपी जन वितरण प्रणाली विक्रेता द्वारा मृत लोगों एवं फर्जी हस्ताक्षर और निशान युक्त आवेदन पर जांच प्रतिवेदन का प्रतीक्षा किए बगैर जन वितरण प्रणाली विक्रेता को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा जल्दी बाजी में आदेश निकाला जाता है इससे यह साफ प्रमाणित होता है कि मोटी कमीशन के चक्कर में अनुमंडल पदाधिकारी अपने कर्तव्य एवं पद की गरिमा को भूल गए वरना जो जन वितरण प्रणाली विक्रेता उनके द्वारा पूछे गए स्पष्टीकरण को रिसीव करना उचित नहीं समझते उसके हित में अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा आदेश निकाला जाना हास्यास्पद प्रतीत होता है । श्री मिथिलेश यादव ने यह भी आरोप लगाया कि अनुश्रवण समिति की बैठक प्रत्येक महीना बुलाया जाना है लेकिन वर्तमान अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा अपने पदस्थापन काल में आज तक एक भी अनुश्रवण समिति का बैठक नहीं बुलाना इनके भ्रष्टाचार में लिप्त होने को प्रमाणित करता है । श्री यादव ने यह भी कहा कि खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग बिहार पटना के संयुक्त सचिव के पत्रांक प्र07 विविध 31 -2009 /844 दिनांक 9 फरवरी 2011 के अनुसार सभी जिला पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि सभी जन वितरण प्रणाली के बीच समान अनुपात में लाभुकों की संबद्धता सुनिश्चित किया जाए ।इसके बावजूद अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा अपने चहेते जन वितरण प्रणाली विक्रेता से मोटी कमीशन लेकर मनमाने तरीके से लाभुकों को बरसों से संबद्ध किया जा रहा है । श्री यादव ने जिला पदाधिकारी से उपरोक्त वर्णित बिंदुओं पर जांच कर त्वरित कार्रवाई करने की मांग की अन्यथा खाद्यान्न एवं किरासन से वंचित लाभुकों के सवाल पर और भ्रष्टाचार में लिप्त अनुमंडल पदाधिकारी के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा.

नोट- किसी भी प्रसारित समाचार की जिम्मेवारी प्रेस की नहीं होगी-संपादक

Live Share Market

जवाब जरूर दे 

आप अपने सहर के वर्तमान बिधायक के कार्यों से कितना संतुष्ट है ?

View Results

Loading ... Loading ...

Related Articles

Back to top button
Close
Close