खगड़िया: डा. विवेकानदं व अन्य पर जानलेवा हमला के विरोध में हजारों की संख्या में निकला मौन जुलूस… रंगदारी टैक्स और गुंडागर्दी से त्रस्त डा. विवेकानदं का जनता की अदालत में इंकलाब का ऐलान …
खगड़िया: डा. विवेकानदं व अन्य पर जानलेवा हमला के विरोध में हजारों की संख्या में निकला मौन जुलूस… रंगदारी टैक्स और गुंडागर्दी से त्रस्त डा. विवेकानदं का जनता की अदालत में इंकलाब का ऐलान … खगड़िया/कोशी एक्सप्रेस/ कल दिनांक 16 नवम्बर 2019 को शहीद प्रभु नारायाण अस्पताल व श्याम लाल चन्द्रशेखर नर्सिंग काॅलेज के संस्थापक डा. विवेकानंद, उनके भाई ईं धर्मेन्द्र सहित छात्र व स्टाफ पर हरबेे-हथियार से अचानक असामाजिक तत्त्वों ने हमला कर दिया। इस घटना की खबर खगड़िया सहित पूरे बिहार में बिजली की तरह कौंध गई।
डा. विवेकानंद ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए तथा सोशल मीडिया पर गुहार लगाते हुए कहा है कि कुछ नामजद तथाकथित असामाजिक लोग रंगदारी टैक्स के रुप में दस लाख रुपये की मांग करते रहे हैं। इतना ही नहीं उक्त पारा मेडिकल काॅलेज के निदेशक डा. विवेकानंद, स्टाफ तथा छात्र और छात्राओं को लगातार प्रत्यक्ष और परोक्ष रुप में धमकी दी जाती रही है। लेकिन पारा मेडिकल काॅलेज द्वारा मामले को नैतिक स्तर पर सुलझाने का प्रयास किया जाता रहा है।
मालूम हो कि कल दिनांक 16.11.2019 को अचानक कुछ लोगों ने हरबे हथियार के साथ निर्मानाधीन पारा मेडिकल नर्सिंग काॅलेज समीप कार्य में लगे मजदूरों को मारने पीटने लगे। और जब काॅलेज के स्टाफ व छात्रों को जानकारी मिली तब उनलोगों डाॅ. विवेकानंद को सूचना दी। जानकारी मिलते ही डा. विवेकानंद मौके वारदात पर पहुंचकर हमलावरों से पूछा कि हंगामा और मारपीट करने का कारण क्या है, लेकिन उनलोगों ने उनपर हमला कर दिया। सौभाग्यवश छात्रों व स्टाफ ने उन्हें बचाया। इस घटना की सूचना संबंधित थाना को दी गई। आश्चर्य है कि काॅलेज के स्टाफ व छात्रों ने हमलावरों में से पांच लोगों को रंगहाथ दबोच कर पुलिस को सुपुर्द करने का साहस किया। लेकिन संबंधित थाना के पुलिसकर्मी ने उनमें से एक व्यक्ति किरानी पासवान को गिरफ्तार करते हुए चार लोगों को मुक्त कर दिया।
डा. विवेकानंद ने बताया कि पुलिस द्वारा मुक्त किये गये चार आरोपियों ने काॅलेज बस का अपहरण कर ड्राइवर मिस्टर कुमार को को मारपीट कर घायल कर दिया जिनकों इलाज के लिए रेफर किया गया।
सूत्रों का कहना है कि पारामेडिकल के छात्र कुन्दन कुमार और मुस्ताक आलम इस हमले में गंभीर रुप से घायल हुए हैं।
विदित हो कि आज इस जघन्य अपराध, गुंडागर्दी , रंगदारी के विरुद्ध हजारों लोगों ने मौन जुलूस निकालकर जिला प्रशासन और जिला पुलिस प्रशासन की कुव्यवस्था को बेनकाब किया। डा. विवेकानंद ने प्रेस को बताया कि वे एक डाक्टर हैं, समाजसेवी हैं और दिनरात हजारों लोगों की चिकित्सा सेवा में समर्पित हैं, लेकिन अन्याय के खिलाफ लड़ने की हिम्मत उनके पास मौजूद है। यदि 24 घंटे के अंदर खगड़िया पुलिस नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में असफल होगी तो बिहार सरकार को इसका खामियाजा भुगतना होगा और खगड़िया की धरती पर आंदोलन का शंखनाद होगा।
आज मौन जुलूस में शामिल होने वाले समाज के विभिन्न संगठनों, संस्थाओं, राजनीतिक दलों, शिक्षण संस्थाओं के छात्र-छात्राओं एवं गणमान्य लोगों के शामिल होने की सूचना है।