मानसी PHC : रिश्वत के लिए नर्सो ने प्रसूता रोजी खातून के नवजात शिशु की बलि ले ली… आरोपी के विरुद्ध पत्रकार मधुर ने जि.लो.शि.नि. में मामला कराया दर्ज..
मानसी PHC : रिश्वत के लिए दो नर्सो ने प्रसूता रोजी खातून के नवजात शिशु की बलि ले ली… आरोपी के विरुद्ध पत्रकार मधुर ने जि.लो.शि.नि. में मामला कराया दर्ज.. खगड़िया/ कोशी एक्सप्रेस/ सरकार और स्वास्थ्य विभाग के खोखले दावे प्रतिदिन तार-तार होते हैं, गरीबों का इलाज सरकारी अस्पताल में किस तरह किया जा रहा है, यह बात किसी से छिपी हुई नहीं है।
मानसी पीएचसी के खिलाफ जनाक्रोश पसरता जा रहाहै। पीड़िता प्रसूता रोजी खातून, पति शमशाद , खुटिया, वार्ड-11 निवासी ने रोते-बिलखते हुए कोशी एक्सप्रेस प्रेसटीम को बताया कि दिनांक 20 नवम्बर 2021 को समय लगभग 6ः30 बजे मानसी पीएचसी में उसके पति ने डिलेवरी कराने के लिए भर्ती कराया। इसके बाद प्रसव कक्ष में एक सूई देने के बाद स्लाइन चढ़ाते हुए रिश्वत की मांग की गई। उस समय पीएचसी में एएनएम धर्मशीला कार्यरत थीं और सुबह 8 बजे के बाद एएनएम सुमित्रा ड्युटी पर आकर दोनों नर्स रिश्वत की राशि के लिए झगड़ा करने लगी। पीड़िता के शौहर शमशाद ने कहा कि रुपये का प्रबंध नहीं होने की बात सुनकर दोनों नर्सोे ने गुस्से में प्रसूता की स्लाइन निकाल कर प्रसव कक्ष से ही गाली गलौज करते हुए जेनरल वार्ड में डाल दिया। इसके बाद प्रसूता दर्द से तड़पती रही लेकिन ड्युटी पर तैनात कोई भी डाक्टर, नर्स देखने तक नहीं आये।
सूत्रों का कहना है कि मानसी पीएचसी में सुबह 8 बजे से डा. अरुण कुमार राजू, एएनएम सुमित्रा देवी की शिड्युल ड्युटी थी। पीड़िता के नवजात शिशु की मौत का कारण दोनों लोभी एएनएम धर्मशीला एवं सुमित्रा द्वारा रिश्वत की राशि वसूलने के चक्कर में प्रसूता को प्रताड़ित करने की वजह से हुई।
इस घटना और नवजात की मौत होने के विरुद्ध पीड़िता ने पीएचसी प्रभारी डा. राजीव रंजन को लिखित आवेदन देते हुए विधि सम्मत् कार्रवाई की मांग की है, आवेदन में एक आशा कार्यकत्र्ता आशा देवी की मिलीभगत का आरोप भी लगाया गया है। अब मामला की गंभीरता को समझते हुए प्रेस एसोसिएशन ऑफ बिहार के अध्यक्ष सह वरिष्ठ पत्रकार आर.एम.पी. मधुर ने आज दिनांक 23.11.2021 को जिला लोक शिकायत निवारण के यहां मामला दर्ज कराकर आरेापी लोगों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की गुहार लगाई है।
विदित हो कि इस संवेदशील घटना की जानकारी जिलाधिकारी महोदय को घटना के दिन स्वयं पीड़िता नेे पीएचसी के दोनों नर्सों एवं आशा के बारे में बताकर न्याय की याचना की थी।
मानसी पीएचसीकी कार्य प्रणाली अत्यन्त गंभीर और अमानवीय है, स्थानीय लोगों ने प्रेस को बताया कि गरीब की जिन्दगी का अब कोई मायने यहां नहीं है। सभी स्वास्थ्यकर्मी सरकार से मोटी सैलरी लेकर सरकार की आंखों में कबतक धूल झोंकते रहेंगे।
यदि एक दबंग और धनी परिवार की बेटी-बहू के बच्चे की मौत पीएचसी नर्सों की वजह से हो जाती, तो जमीन से आसमान तक राजनेताओं का तमाशा पसर गया होता।
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