सवालों के घेरे में खगड़िया कृषि विभागः नकली खाद व कीटनाशक बनाने का धन्धा यूपी से बिहार तक कैसे पहुंचा…कौन है माधवी सिंह ?
सवालों के घेरे में खगड़िया कृषि विभागः नकली खाद व कीटनाशक बनाने का धन्धा यूपी से बिहार तक कैसे पहुंचा ? कौन है माधवी सिंह ?
खगड़िया/कोशी एक्सप्रेस/ जिला कृषि पदा0 शैलेन्द्र कुमार ने गुप्त सूचना के आधार पर विगत 15 नवंबर 2021 को डीएम खगड़िया को नकली खाद की जानकारी देते हुए मुफ्फसिल थाना के साथ स्थानीय विधार्थी टोला, संसारपुर में छापा मारकर रंगेहाथ लोडेड ट्रक, सैकड़ों बैग नकली खाद, रसायन एवं अन्य चीजें बरामद कर पप्पू साह ( मकान मालिक) का बिल्डिंग सील किया था / इस सनसनीखेज खबर से जिले के किसानों और खाद बिक्रेताओं में भूचाल पसर गया है।
मालूम हो कि मुफ्फसिल थाना द्वारा उर्वरक अधिनियम 1985 एवं 9,13,17,23,29,33 अधिनियम 1968 व आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 अपराध की घटना सहित कालाबाजारी के आरोप में दिनांक 15.11.21 को प्राथमिकी दर्ज कर ली गई थी। प्राप्त सूचनानुसार दर्ज एफआईआर में जब्त ट्रक एनएल01एबी 2788, मोटर साईकिल यूपी-53सीएल-5640 का जिक्र है और ट्रक चालक मो0 शफीक पे0 गफ्फार आलम अहमद साकिन शीतल, थाना बड़ोैदा जिला अरवल (राजस्थान) दर्शाया गया है। इसके अलावे (1) अखिलेश कुमार अकेला पे0 महेश्वरी प्र0 यादव साकिन मधेपुरा मदनपुर (2) उमेन्द्र कुमार सिंह पे0 राधेश्याम सिंह साकिन बरड़पुर थाना-खुरछड़ जिला जौनपुर(उ0प्र0) (3) पप्पू साह पे0 स्व नारायण साह (मकान मालिक) साकिन विधार्थी टोला, संसारपुर, खगड़िया नामजद अभियुक्त हैं।
विदित हो कि प्रेसटीम द्वारा गहण तहकीकात में बात सामने आई है कि जिला कृषि पदा0 द्वारा मुफ्फसिल थाना को एफआईआर हेतु प्रेषित आवेदनपत्र में महत्त्वपूर्ण तथ्यों को छिपाया गया है या पुलिस व प्रशासन को गुमराह करने की चेष्टा की गई है। जिला कृषि पदा0 ने एफआईआर हेतु प्रेषित आवेदनपत्र में लिखा है कि उक्त नकली खाद व कीटनाशक निर्माण स्थल पर पहुंचते ही उन्हेांने 22 चक्के के ट्रक से बिना लेबल के साथ लगभग 50 केजी अनेक प्लास्टिक बैग को ट्रक से उतार कर गोदाम में मजदूरों द्वारा ढ़ुलाई करते देखा गया लेकिन दर्ज एफआईआर में किसी संदिग्ध मजदूर का उल्लेख नहीं है लेकिन कारेाबार मास्टर माइण्ड माधवी सिंह के पति उर्मेन्द्र सिंह को भागते हुए पहचान लिया गया है।
मीडिया को प्रामाणिक जानकारी मिली है कि यह गोरखधंधा ग्रीन आर्गेनिक इनर्जी रिसर्च प्रा0 लि. , आर.पी. सिंह पे0 टीबी सिंह, ओल्ड पोस्ट आफिस बस्ती, उ0प्र0 के नाम पर दिनांक 28.11.2017 से माधवी सिंह उवं इनके पति उर्मेन्द्र सिंह द्वारा संचालित किया जा रहा है, जिसका बैंक ऑफ बड़ौदा सिविल लाईन बस्ती, उ0प्र0 में होने की सूचना है। माधवी सिंह के आधार कार्ड संख्या- 580421421999 में पति का नाम उर्मेन्द्र सिंह, साकिन बड़नपुर, पो0 कलांपुर, कलापुर जौनपुर उ.प्र. पिन- 222139 दर्ज है।
आश्चर्य है कि जिला कृषि पदा0 द्वारा दर्ज कराये गये एफआईआर में उक्त कालाबाजारी करनेवाली और बड़े पैमाने पर नकली खाद, कीटनाशक निर्माण करनेवाली माधवी सिंह का कहीं नामोनिशान तक नहीं है, इसके अलावे इनके फ्राड पति उर्मेन्द्र सिंह को घटनास्थल से भागने में सफलता स्वीकारना कितना संदेहास्पद है ?
यह आश्चर्यजनक और दुखद है कि उत्तर प्रदेश का मास्टर माइण्ड व्यक्ति कृषि विभाग के सामने भाग गया और भागने के बाद पुलिस को सूचना दी गई ? आखिर उसे क्यों नहीं दबोचा गया ?
स्थानीय लोगों ने प्रेस को बताया कि जिले में नकली खाद, कीटनाशक की वजह से किसानों की रीढ़ टूट चुकी है और विभागीय लोगो को इस बात की कभी चिन्ता नहीं रही है। अपना नाम नहीं छापने की शर्त पर ग्रामीणों ने बताया कि कुछ माह पूर्व नवपदस्थापित मिट्टी जांच सहायक एक महिला निर्देशक याचनाश्री ने संबंधित विभाग के निदेशक को कुछ भ्रष्ट व स्वार्थी कर्मियोे के विरुद्ध लिखकर भ्रष्टाचार उजागर करने का साहस किया था लेकिन उक्त महिला अधिकारी को तत्तकालीन जिला कृषि पदा. सहित अन्य कर्मियों ने अत्यन्त परेशान किया जो स्थानान्तरित होकर चली गई। इस विभाग में माफियातंत्र का वर्चस्व कायम रहा है, लोगों ने बताया कि कुछ वर्ष पूर्व कृषि विभाग के एक चपरासी द्वारा अपने घर से लाइसेन्स निर्गत करने का धन्धा चलाया जाता था, तत्कालीन एसडीओ ने पकड़कर उसे जेल भेजा और बाद में कोर्ट से सजा भी मिली थी ।
जिलाधिकारी डॉक्टर आलोक रंजन घोष ने खगड़िया जिला के किसानों से अपील किया है कि नकली खाद या कीटनाशक के निर्माण एवं विपणन के संबंध में कोई भी सूचना हो, तो जिला कृषि पदाधिकारी अथवा स्वयं उन्हें अवश्य अवगत कराएं, ताकि इनके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जा सके। किसी भी स्थिति में ऐसे अवैध कार्य को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा।
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