KHAGARIA : वेतन के अभाव में नियोजित हड़ताली शिक्षकों के सामने भुखमरी है-हरिमोहन प्रसाद निराला/ जिलाध्यक्ष/ TSUNSS बिहार सरकार की कुंभकर्णी निद्रा की वजह से हम सड़कों पर सब्जी, फल व दूघ बेचने पर बाध्य हुए हैं … मनोज कुमार/शिक्षक नेता

KHAGARIA : वेतन के अभाव में नियोजित हड़ताली शिक्षकों के सामने भुखमरी है-हरिमोहन प्रसाद निराला/ जिलाध्यक्ष/ TSUNSS
बिहार सरकार की कुंभकर्णी निद्रा की वजह से हम सड़कों पर सब्जी, फल व दूघ बेचने पर बाध्य हुए हैं … मनोज कुमार/शिक्षक नेताखगडि़या/ कोशी एक्सप्रेस/ खगडि़या टीईटी व नियोजित हड़ताली शिक्षक वेतन के अभाव में सब्जी, फल व दूघ बेचने पर विवश हैं। बिहार सरकार के हिटलरशाही रवैये को देखते हुए हड़ताली शिक्षकों को खगडि़या सहित पूरे बिहार के विभिन्न स्थानोंपर सब्जी व दूध बेचते हुए देखा जा रहा है।
TSUNSS के खगडि़या जिलाध्यक्ष हरिमोहन प्रसाद निराला इन दिनों दयनीय अवस्था में अपने घर मथार से दूध लाकर शहर में घर घर जाकर बेचने लगे हैं। उन्होंने बताया कि वे लोग विगत 2 महीनों से हड़ताल में हैं। सरकार इस हड़ताल से डरी हुई है। इसीलिए सरकार शिक्षकों से वार्ता करना नहीं चाह रही है। वैश्विक महामारी का बहाना बनाकर टाल-मटोल कर रही है। जबकि कोरोना से जंग में शिक्षक व शिक्षक प्रतिनिधि कदम से कदम मिला कर चल रहे हैं।
शिक्षक नेताओं के अनुसार वेतनाभाव से कई शिक्षकों की असमय मौत हो चुकी है। शिक्षकों के हवाले से बताया गया है कि सरकार के संवेदनहीन रवैये के कारण नियोजित शिक्षक भुखमरी के कगार पर हैं। कोविड 19 कोरोना वैश्विक महामारी में सरकार व प्रशासन शिक्षकों के प्रति संवेदनहीन बनी हुई है। ऐसे में शिक्षक अपने परिवार को चलाने के लिए विभिन्न मोहल्लों में सब्जी, दूध व अन्य चीजें बेचने को विवश है।
प्राथमिक शिक्षक संघ खगडि़या अध्यक्ष सह मंडल शिक्षक संघ समिति के शिक्षक नेता मनोज कुमार ने प्रेस को बताया कि जिन शिक्षकों के कंधों पर राष्ट्र निर्माण की जिम्मवारी है, आज वे सरकार की कठोर नीतियों का मुकाबला करते हुए भुखमरी के कगार पर खड़े हैं। उन्होंने कहा कि माननीय नीतीशजी खुद एक विद्वान नेता रहते हुए भी पीडि़त शिक्षकों की मांगों को पूरा कने में विफल होते रहे हैं।

 

 

नोट- किसी भी प्रसारित समाचार की जिम्मेवारी प्रेस की नहीं होगी-संपादक

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