खगड़िया: एक बार फिर जिले में JDU नेताओं के इस्तीफे से मचा हाहाकार…वर्तमान जिलाध्यक्ष सोनेलाल मेहता और पूर्व जिलाध्यक्ष सुनील कुमार की अदूरदर्शिता से पार्टी घोर आलोचनाओं का शिकार बनी-नवीन गोयनका

खगड़िया: एक बार फिर जिले में JDU नेताओं के इस्तीफे से मचा हाहाकार…वर्तमान जिलाध्यक्ष सोनेलाल मेहता और पूर्व जिलाध्यक्ष सुनील कुमार की अदूरदर्शिता से पार्टी घोर आलोचनाओं का शिकार बनी-नवीन गोयनका—खगड़िया/कोशी एक्सप्रेस/ प्राप्त सूचनानुसार जदयू नेताओं की एक आवश्यक बैठक में दिनांक 18.12.019 को जदयू जिला महासचिव नवीन गोयनका, सचिव विजय शर्मा सहित व्यवसायिक प्रकोष्ठ नगर अध्यक्ष चंदन पटवा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देकर पार्टी संगठन की लचर व्यवस्था पर आक्रोश व्यक्त किया। पार्टी सूत्रों से जानकारी मिली है कि विगत दिनों जदयू की एक बैठक में पूर्व जिलाध्यक्ष सुनील कुमार की अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों के विरुद्ध लगभग 350 जदयू कार्यकत्ताओं ने अपनी प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर आलाकमान को अपनी पीड़ा से अवगत कराया था। बावजूद एक ऐसे नेता को जिलाध्यक्ष की कुर्सी पर थोप दिया गया जिसे जदयू की सांगठनिक शक्ति बढ़ाने की क्षमता नहीं है। अपना नाम नहीं उजागर करने की शर्त   पर समर्पित जदयू नेताओं ने एक स्वर में पूर्व जिलाध्यक्ष सुनील कुमार के विरुद्ध आक्रोश ब्यक्त करते हुए कहा कि इनके द्वारा विगत तीन वर्षों में कार्यकत्ताओं को लगातार प्रताड़ित किया जाता रहा है लेकिन जदयू कार्यकत्ताओं ने मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के प्रति अपनी आस्था बरकरार रखा। पीड़ित जदयू कार्यकत्र्ता कभी विचलित नहीं हुए। लेकिन अब पानी सिर से उपर बहने लगा है।
मालूम हो कि कुछ समय पूर्व जदयू चुनाव में सर्वसम्मति से जिले के कर्मठ और समर्पित जदयू नेता बबलू मण्डल को जिलाध्यक्ष पद पर भारी मतों से मनोनीत किया गया था, लेकिन जदयू के शीर्ष नेताओं के निर्देश पर विधान पार्षद सोनेलाल मेहता को जिलाध्यक्ष का पदभार सौंप दिया गया था, जदयू की राजनीतिक इस फैसले से दुखी होने के बावजूद जिले के जदयू नेताओं ने सोनेलाल मेहता के विरुद्ध आबाज नहीं उठाकर पार्टी की गरिमा कायम रखने का साहस किया।
सूत्रों का कहना हैं कि जदयू पार्टी संगठन में अन्दर ही अंदर आक्रोश पनपता रहा और सोनेलाल मेहता पार्टी संगठन मजबूत करने में अबतक विफल होते रहे है। नतीजा सामने यह है कि अबतक जदयू के लगभग अनेक कार्यकत्र्ताओं ने एकमत होकर त्यागपत्र दे दिया है। जदयू नेताओं ने उक्त बैठक में खुलकर आरोप लगाया है कि विधान पार्षद सोनलाल मेहता जदयू जिलाध्यक्ष पद पर होते हुए रबर स्टाम्प हैं और निवत्र्तमान जदयू अध्यक्ष सुनील कुमार द्वारा पार्टी संबंधी कार्यों में हस्तक्षेप किया जाना असंवैधानिक है।
विदित हो कि इस बैठक में बछौता मुखिया सुनील कुमार, दिलीप कुमार, मो. शहाब रहमान, राहुल कुमार, पंकज ठाकुर, कुंदन कुमार, राजीव कुमार, मो. तनवीर आलम, सुरज कुमार, जुबैर आलम, कुंदन चैधरी, आकाश कुमार, संतोष यादव सहित अन्य जदयू नेता शामिल हुए।
खगड़िया जिले के चार विधानसभा क्षेत्रों में कुल 3 विधानसभा क्षेत्रों का कमान जदयू विधायकों के हाथों में है लेकिन जदयू कार्यकत्ताओं और समर्पित लोगोें के बीच यदि पार्टी की असंवैधानिक गतिविधियां इस तरह छियालेदर होती रही तो आगामी चुनाव में इसका परिणाम विपरीत होने की संभावना दिखती है। यह सच है कि किसी भी राजनीतिक पार्टी की सरजमीं तैयार करने में उस क्षेत्र के कार्यकत्ताओं का योगदान महत्त्वपूर्ण होता है। और यह दुखद सत्य है कि जिले में जदयू की साख कमजोर होती दिख रही है।

 

नोट- किसी भी प्रसारित समाचार से संपादक का सहमत होना अनिर्वाय नहीं है।

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