PM मोदी को पत्र लिखकर देश के छोटे समाचारपत्रों को विज्ञापन प्रदान करने की गुहार का असर…प्रधानमंत्री कार्यालय से प्रेस एसोसिएशन ऑफ बिहार के अध्यक्ष आर एम पी मधुर को अग्रेतर कार्रवाई की मिली सूचना..
PM मोदी को पत्र लिखकर देश के छोटे समाचारपत्रों को विज्ञापन प्रदान करने की गुहार का असर…
प्रधानमंत्री कार्यालय से प्रेस एसोसिएशन ऑफ बिहार के अध्यक्ष आर एम पी मधुर को अग्रेतर कार्रवाई की मिली सूचना..
न्यू दिल्ली/कोशी एक्सप्रेस/ वरिष्ठ पत्रकार आरएमपी मधुर ने माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को पत्र लिखकर विगत माह जुलाई 2023 में ध्यान आकृष्ट किया था कि देश के हजारों लोकप्रिय छोटे समाचार पत्रों को विज्ञापन प्रदान करने की नीतियों में शामिल नहीं किया जाना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है, जबकि भारत के बड़े बैनर के समाचार पत्रों को प्रतिवर्ष हजारों करोड़ को रुपए की राशि बतौर विज्ञापन देने की परंपरा कायम है.
मालूम हो कि पत्रकार मधुर ने अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए माननीय प्रधानमंत्री महोदय को प्रेषित पत्र में लिखा है कि छोटे समाचार पत्रों के प्रकाशकों, संपादकों एवं लेखकों को समाचारपत्र प्रकाशित करने या पुस्तक प्रकाशित करने हेतु बैंकों से ऋण लेने का भी कोई प्रावधान नहीं है. परिणाम स्वरूप आर्थिक संकट की वजह से हजारों समाचारपत्रों साप्ताहिकों एवं मासिक पत्रिकाओं का प्रकाशन बंद हो चुका है. यह सच है कि छोटे समाचार पत्रों की लोकप्रियता देश के छोटे शहरों, ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े समाचार पत्रों की तुलना में अधिक है. सरकार की नीतियों एवं सफलताओं की प्रमाणिक जानकारी उपलब्ध कराने में छोटे क्षेत्रीय समाचार पत्रों की भूमिका अमूल्य है.
विदित हो कि पत्रकार मधुर के पत्र पर प्रधानमंत्री कार्यालय ने अविलंब संज्ञान लेते हुए दिनांक 22.8.23 को सेक्शन ऑफिसर शिखा शर्मा द्वारा विभागीय पत्र प्रेषित करते हुए सूचित किया गया है कि पत्रकार मधुर की चिट्ठी ऑनलाइन मोड अंतर्गत पीएमओपीजी पोर्टल पर आवश्यक कार्रवाई हेतु भेज दी गई है. पत्रकार मधुर ने कहा कि भारत परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है. माननीय मोदी जी की कार्यशैली से राष्ट्र के पीड़ित जनता को हर स्तर पर न्याय मिलने का मार्ग प्रशस्त हुआ है, लेकिन बौद्धिक ऊर्जा के संवाहक पत्रकारों की पीड़ा की फरियाद कौन सुनेगा ? यदि छोटे समाचार पत्रों पर सरकार की सकारात्मक नीतियां बनती है तो यह ऐतिहासिक होगा !
- नोटं- प्रसारित समाचार की जिम्मेवारी प्रेस की नहीं है तथा विज्ञापनों की प्रामाणिकता से प्रेस का कोई सबंध नहीं है – संपादक
*यहाँ क्लिक करके हमारे मोबाईल एप को जरूर डाउनलोड करें** 👇
https://play.google.com/store/apps/details?id=com.mytesta.koshiexpress