बखरी पीएचसी की घटना पर आईएमए खगड़िया ने निंदा प्रस्ताव किया पारित …उपद्रवियों के विरुद्ध कठोर कारवाई करे जिला प्रशासन : डॉ पवन..
बखरी पीएचसी की घटना पर आईएमए खगड़िया ने निंदा प्रस्ताव किया पारित …उपद्रवियों के विरुद्ध कठोर कारवाई करे जिला प्रशासन : डॉ पवन.. खगड़िया/कोशी एक्सप्रेस/ आज 13 नवंबर 2021 को आईएमए खगड़िया के डॉक्टरों ने आपातकालीन मीटिंग कर बखरी पीएचसी में हुए तोड़फोड़ एवं हिंसक घटना की निंदा की । बैठक में डॉक्टरों ने बेगूसराय आईएमए की मांग का समर्थनकरते हुए दोषी व्यक्तियों को चिन्हित कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का जिला प्रशासन से अनुरोध किया गया । बताया गया है कि जिस तरह अस्पताल को तोड़ा गया है एवं डॉ पुलिस पदाधिकारी, मरीज एवं आम जनों पर हमला किया गया वह निंदनीय है। मौजूद डॉक्टरों ने प्रशासन से जल्द से जल्द चिकित्सकीय संस्थान सुरक्षा अधिनियम तहत दोषियों पर कार्यवाही करने की मांग की है, नहीं तो सभी डॉक्टर आंदोलन करने पर विवश हो जाएंगे। बैठक में अध्यक्ष डॉ प्रेम शंकर एवं सचिव डॉ शैलेंद्र कुमार सहित सीनियर सर्जन डॉक्टर प्रेम कुमार नागर, मीडिया प्रभारी डॉक्टर पवन कुमार, डॉ ऋतुराज, डॉ संतोष कुमार, डॉक्टर नरेंद्र कुमार, डॉ तरुण कुमार तथा आई डी ए के सचिव कुमार दीपक एवं अध्यक्ष डॉक्टर नाहर, डॉ कुमार देवव्रत, डॉक्टर सतीश, डॉक्टर प्रभांशु, डॉक्टर राजेश, डॉ अमित, डॉ रागीब, डॉ मनीष कुमार व अन्य गणमान्य चिकित्सक उपस्थित थे।
विदित हो कि छठ पूजा के दौरान उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देते समय नदी में डूबने से शकरपुरा के युवक नंदकिशोर उर्फ ननकू की मौत के बाद आक्रोशित भीड़ ने पीएचसी बखरी में भारी तोड़फोड़ की थी। भीड़ ने पीएचसी स्थित सभी जांच मशीनों, एक्स-रे, दवाइयों, फर्नीचर आदि को बर्बाद कर दिया था। साथ ही चिकित्सा प्रभारी के आवास, डीएसपी आवास, फायर ब्रिगेड आदि को भी नुकसान पहुंचाया था। वहीं परिहारा पुलिस के सरकारी वाहन तथा चिकित्सा पदाधिकारी के निजी वाहन एवं आवास को आग के हवाले कर दिया था। उपद्रव में करीब तीन करोड़ की सरकारी संपत्ति के नुकसान का आंकलन किया गया है।
वहीं The Doctor ‘S Message के संपादक आर.एम.पी. मधुर ने इस घटना की घोर निन्दा करते हुए कहा है कि डॉक्टरों की सेवाओं को इस तरह अपमानित नहीं किया जाना चाहिए और जिला प्रशासन द्वारा प्रदेश में लागू डॉक्टर्स प्रोटेक्शन एक्ट तहत अविलंब दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध विधि सम्मत कारवाई करने कि जरूरत है।
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