KHAGARIA :  प्रेसवार्ता में युवा शक्ति प्रदेश अध्यक्ष नागेंद्र सिंह त्यागी ने मानव श्रृंखला की सार्थकता पर सवाल दागा… काश मानव श्रृंखला दिवस पर खगड़िया से पटना तक सड़क के किनारे लाखों पेड़ं लगा दिये गये होते ?-रणवीर कुमार/वार्ड पार्षद…

KHAGARIA :  प्रेसवार्ता में युवा शक्ति प्रदेश अध्यक्ष नागेंद्र सिंह त्यागी ने मानव श्रृंखला की सार्थकता पर सवाल दागा… काश मानव श्रृंखला दिवस पर खगड़िया से पटना तक सड़क के किनारे लाखों पेड़ं लगा दिये गये होते ?-रणवीर कुमार/वार्ड पार्षद… गड़िया/कोशी एक्सप्रेस/ बीते कल 17 जनवरी 2020 को स्थानीय बलुवाही के कृष्णापूरी स्थित युवा शक्ति कार्यालय में प्रेसवार्ता में युवा शक्ति प्रदेश अध्यक्ष नागेंद्र सिंह त्यागी ने कहा कि कब तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी बिहारवासियों को अपने रासलीला का कठपुतली बनाकर मूर्ख बनाते रहेंगे ? उन्होंने उपस्थित पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी बिहार वासियों द्वारा लगातार किए जा रहे आंदोलन के कारण 2016 में शराबबंदी कानून की घोषणा थी और इसे लागू भी किया बावजूद शराब अब होम डिलेवरी हो रही है। पुनः 2017 में मानव श्रृंखला लगाया जो कि संपूर्ण बिहार वासी दलगद की भावना से ऊपर उठकर मानव श्रृंखला को ऐतिहासिक बनाया, पुनः 2018 में दहेज प्रथा के सवाल पर मानव श्रृंखला लगाया गया। लेकिन हुआ क्या ? उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल किया कि क्या पूरे बिहार में शराबबंदी लागू हो गया ? दहेज लेना बंद हो गया ? क्या अब बहू बेटी दहेज के नाम पर जलाई नहीं जा रही है ? उन्होंने कहां की जिस प्रकार शराबबंदी के बाद शराब पहले से ज्यादा बिकने लगा। आज बिहार के युवा पीढ़ी बर्बाद हो चुका है । शराब छोटे बच्चे का नया व्यापार हो गया। वहीं पुलिस पदाधिकारी के लिए लूट का नया गंगोत्री हो गया, तो फिर यह नाटक क्यों? उन्होंने विद्यालय के छोटे बच्चे से लेकर शिक्षकों को मानव श्रृंखला में शामिल ना होने का आह्वान किया। एक तरफ प्रधान सचिव आदेश निर्गत करते हैं की शिक्षक एवं छात्र सुरक्षा से शामिल हो, दूसरी तरफ जिला शिक्षा पदाधिकारी को लेकर जिला पदाधिकारी से लेकर प्रखंड पदाधिकारी तक शिक्षकों को आदेश देते हैं, उसे प्रशिक्षण देते हैं। प्रधानाध्यापक को मध्यान्ह भोजन बनवाने का आदेश देते हैं। ये दोहरी नीति क्यों? उन्होंने छात्र शिक्षक से आह्वान किया कि इस नाटक श्रृंखला का बहिष्कार करें। उन्होंने कहा कि शराबबंदी, दहेज प्रथा के तरह जल जीवन हरियाली का भी वही हाल होगा। जल के जगह सुखार होगा, जीवन के जगह मरण होगा। हरियाली के बदले पतझड़ होगा। उन्होंने इस योजना को आग मरण पतझड़ योजना बताया। उन्होंने यह भी कहा कि यदि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के कथनी और करनी एक होता है तो संपूर्ण बिहार वासी इस योजना का सहयोग करते हुए मानव श्रृंखला को ग्रीनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाते। आज पंद्रह दिन से सारे विभाग के पदाधिकारी को सारे जनमानस के कार्यों को छोड़कर इस नौटंकी में लगे हुए हैं और सरकारी पैसा को पानी के तरह बहा रहे हैं।

इस प्रेस वार्ता में युवा शक्ति के कोषाध्यक्ष वार्ड पार्षद रणवीर कुमार, जन अधिकार किसान प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष सुनील चौरसिया, जन अधिकार छात्र परिषद सुमित कुमार आदि मौजूद थे।
वहीं मौके पर वार्ड पार्षद रणवीर कुमार ने कहा कि जल जीवन हरियाली के प्रति पूरे विश्व में जागरुकता फैली है, नीतीशजी को मानव श्रृंखला के आंदोलन को सरजमीं पर सार्थक बनाने के लिए 19 जनवरी को सभी जिलों से राजधानी तक सड़क के दोंनो किनारे लाखों पेड़ं लगाने का आहवान कर वल्र्ड गिनीज बुक में बिहार का नाम दर्ज कराने का साहस दिखाना चाहिए था। लेकिन संपूर्ण बिहार में स्कूल, काॅलेज, पंचायत से लेकर तमाम सरकारी अधिकारियों , कर्मियों के लिए 11.30 से 12 बजे तक मानव श्रृंखला बनाने का सरकारी फरमान जारी किया गया है , जिसका औचित्य ही कुछ नहीं दिखता है।

नोट- किसी भी प्रसारित समाचार की जिम्मेवारी प्रेस की नहीं होगी-संपादक

 

 

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