खगड़िया: दूसरी शादी करने के नीयत से पहली पत्नी सुष्मिता व 8 वर्षीया मासूम बेटी शिवानी को घर से मारपीट कर भगाया… चन्दनगर निवासी शिक्षक पति सुशील कुमार सहित परिजनों के खिलाफ F.I.R. दर्ज… पीड़िता ने मुख्यमंत्री, डीजीपी, डीआईजी, महिला आयोग एवं एसपी खगड़िया ने न्याय की गुहार लगाई..
खगड़िया: दूसरी शादी करने के नीयत से पहली पत्नी सुष्मिता व 8 वर्षीया मासूम बेटी शिवानी को घर से मारपीट कर भगाया… चन्दनगर निवासी शिक्षक पति सुशील कुमार सहित परिजनों के खिलाफ F.I.R. दर्ज… पीड़िता ने मुख्यमंत्री, डीजीपी, डीआईजी, महिला आयोग एवं एसपी खगड़िया ने न्याय की गुहार लगाई…खगड़िया/ कोशी एक्सप्रेस/ प्राप्त सूचनानुसार स्थानीय चन्द्रनगर रांको, निवासी रिटायर्ड टीचर मनोज कमार के बेटे शिक्षक सुशील कुमार (कार्यरत,गांधी उच्च विद्यालय, हरसिद्धि, मोतिहारी) की शादी वर्ष 2010 में हिन्दु रीति रिवाज के साथ धूमधाम से हुई थी। पीड़िता सुष्मिता देवी के पिता दीवाकर तिवारी साकिन कुल्हड़िया, थाना परबत्ता,खगड़िया ने दान-दक्षिणा के रुप में नगद पांच लाख, सोने का जेवर, कपड़े, बर्तन एवं घरेलू अन्य सामान देकर बेटी को ससुराल के लिए विदा किया था।
मालूम हो कि दुर्गापूजा के पहले 6 अक्टूबर 2019 को सुष्मिता देवी पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। उसे अचानक शिक्षक पति सुशील कुमार, सास गीता देवी, ससुर रिटायर्ड शिक्षक मनोज कुमार, देवर नवलेश, विभाष ने बुरी तरह मारपीट कर गहने छीनकर उसे प्रताड़ित करते हुए घर से बाहर निकाल दिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रताड़ित महिला सुष्मिता किसी तरह अपने आठ वर्षीया बेटी शिवानी को लेकर कुल्हड़िया माता-पिता के घर पहुंच गई।
सूत्रों का कहना है कि ससुराल वाले की प्रताड़ना के बावजूद भी सुष्मिता देवी घर-परिवार की इज्जत को ध्यान में रखकर पुलिस थाने तक नहीं गई। लेकिन जब उसे प्रामाणिक सूचना मिली कि इसका शिक्षक पति सुशील द्वारा एक नाबालिग लड़की खुशबू से अवैध रुप में शादी कर चुका है, तब नारी सम्मान से वशीभूत होकर वह परबत्ता थाना जाकर अवैध संबंध और अवैध शादी के विरुद्ध मामला दर्ज कराने का साहस किया।
पीड़िता सुष्मिता ने प्रेस को बताया कि मधेपुरा, मंगलपाड़ा निवासी किसी सत्तो मोदी की नाबालिग पुत्री खुशबू को धोखे में रखकर दूसरी शादी रचाई गई है।
विदित हो कि इस संवेदनशील मामले को परबत्ता थाना द्वारा काण्ड संख्या 435/19 दिनांक 1.11.019 दर्ज कर अनुसंधान जारी किया गया है। इस पूरे प्रकरण की लिखित सूचना पीड़िता सुष्मिता देवी द्वारा बिहार के मुख्यमंत्री, डीजीपी, पटना, डीआईजी मुंगेर, एसपी खगड़िया सहित राज्य महिला आयोग पटना को दी जा चुकी है। दूसरी तरफ कानून को धोखा देनेवाले सफेदपोश लोगों द्वारा मामले को रफा-दफा करने व पीड़िता को जान से मारने की धमकी दी जा रही है।
समाचार लिखे जाने तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी होने की सूचना नहीं मिली है। जारी…