APEX International Construction कंपनी ने लगभग 35 करोड़ के भुगतान की गुहार लगाई बिहार सरकार से…BSCPL कंपनी ने 6 सौ करोड़ का टेंडर लेकर बिहार को लगाया चूना…

APEX International Construction कंपनी ने लगभग 35 करोड़ के भुगतान की गुहार लगाई बिहार सरकार से...BSCPL कंपनी ने 6 सौ करोड़ का टेंडर लेकर बिहार को लगाया चूना…APEX International Construction कंपनी ने लगभग 35 करोड़ के भुगतान की गुहार लगाई बिहार सरकार से...BSCPL कंपनी ने 6 सौ करोड़ का टेंडर लेकर बिहार को लगाया चूना...

खगड़िया/कोशी एक्सप्रेस/ प्राप्त सूचनानुसार APEX International Construction के अधिकृत अधिकारी मानवेन्द्र चौहान ने BSCPL कंपनी पर अनेक भ्रष्टाचार व अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए कहा कि एक प्रोजक्ट टेंडर के माध्यम से BSCPL कंपनी को वर्ष 2018 में ( NIT- NO- 06/2017-2018 टेंडर की तारीख 8.1.2018) 600 करोड़ रुपेय की मिली। इसके बाद BSCPL कंपनी ने सौ फीसद वर्क Frontline Innovation Pvt. को दिया जिसने 30 छोटे छोटे ठीकेदारों को काम का ठेका दे दिया गया। यहीं से भ्रष्टाचार की शुरुआत हुई जो आजतक कायम है।
उन्होंने बताया कि BSCPL कंपनी द्वारा Frontline Innovation Pvt. को सौ फीसद वर्क देने में सरकार की नीतियों का गला घोंट दिया गया और इस कंपनी ने भी गैर कानुनी रुप में वर्क रेट में कटौटी करते हुए 35 फीसद रेट पर दूसरी कंपनियों के ठिकेदारों को काम सौंप दिया गया।
मालूम हो कि इनमें APEX International Construction को वैधानिक रुप में काम करने का अवसर सब कांट्रेक्टर के रुप में मिला कि बागमती बांध को मजूबत किया जाना है जो 123.52 किलो मीटर से 165.5 मिलो मीटर तक निर्धारित था। APEX International Construction ने दावा किया है कि उसकी कंपनी द्वारा मिट्टी वर्क Quantity -3414964 सफलतापूर्वक कर दी गई। (30.6.2019 तक) जो लगभग 46 करोड़ 72 लाख 4 हजार 493 रुपये से अधिक लागत में पूरा किया गया। इसके 8 महिने बाद BSCPL कंपनी ने APEX International Construction को प्रेषित पत्र दिनांक 12.7.2020 के जरिये स्वीकार किया कि APEX ने काम पूरा किया है जो 30 लाख क्यूविक मीटर है तथा BSCPL ने इस वर्क पर 82 करोड़ रुपये विभाग से भुगतान करा लिया है। इतना ही नहीं BSCPL ने दिनांक 12.7.2020 को पत्र लिखकर स्वीकार किया है कि APEX ने 76 प्रतिशत काम पूरा कर लिया है। अब सिर्फ 10 लाख क्यूविक मीटर काम शेष है।
बताया गया है कि 30 लाख क्यूविक मीटर वास्ते BSCPL ने लगभग 8 लाख लीटर डीजल जून 2019 तक दिया था। लेकिन शेष कार्यों को पूरा करने वास्ते APEX को लोकल मार्केंट से मंहगे कीमत पर डीजल खरीदना पड़ा है, जिसका भुगतान आजतक नहीं हुआ है। ।APEX के अधिकृत मानवेन्द्र चौहान ने गंभीर आरोप लगाते हुए बताया है कि आजतक 35 करोड़ 49 लाख 70 हजार 013 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं हो सका है। लेकिन BSCPL कंपनी केSPM  मि. केके सिंह ने APEX के कर्मचारियों को धमकी देकर परेशान कर रखा है। जबकि बिना किसी भुगतान APEX ने लगातार काम जारी रखते हुए पूरा किया है।
विदित हो कि Frontline Innovation Pvt. सड़क निर्माण कार्यों के टेंडर की सूची से निकालकर ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है परंतु सैकड़ों करोड़ के टेंडर में इस ब्लैकलिस्ट कंपनी की भागीदारी बनी हुई है।
बताया गया है कि इन तमाम बातों की लिखित सूचना APEX International Construction के अधिकृत अधिकारी द्वारा खगड़िया के डीएम महोदय एंव एसपी महोदय को ईमेल पर भेजकर विधि सम्मत कार्रवाई हेतु अनुरोध किया गया है।
प्रेस एसोसिएशन आफ बिहार के अध्यक्ष सह वरष्ठि पत्रकार आर.एम.पी. मधुर ने अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि सर्वप्रथम बिहार के लोगों को वंचित रखकर फ्राड कंपनियों को टेंडर देकर लाभान्वित किया जाता रहा है और दूसरी तरफ ईमानदारी से काम पूरा करने वाली कंपनियों को समय पर कार्य राशि भुगतान तक नहीं किया जाता है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भ्रष्टाचार पर जीरो टाॅलरेंन्स की नीति कायम रखना चाहते हैं लेकिन सड़क से लेकर सचिवालय तक सिर्फ भ्रष्टाचार का बोलबाला कायम है। पत्रकार मधुर ने कहा कि इस गंभीर मामले को भी वे माननीय पटना उच्च न्यायालय में जनहित याचिका (PIL) दर्ज कराकर सीबीआई की उच्च स्तरीय जांच हेतु आगे बढ़कर भ्रष्टाचार पर प्रहार करेंगे।

नोटं- प्रसारित समाचार की  जिम्मेवारी प्रेस की नहीं है तथा विज्ञापनों की प्रामाणिकता से  प्रेस का कोई सबंध नहीं है – संपादक

 

 

 

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