खगड़ियाः ‘‘कोई भूखा न सोए’’ पावन संकल्प को साकार कर रहा है ‘‘साईं की रसोई’’… पांच रुपये में जनसहयोग से हम लोगों को भरपेट भोजन उपलब्ध कराने का संकल्प पूरा कर रहे हैं- प्रिंस विजेता
खगड़ियाः ‘‘कोई भूखा न सोए’’ पावन संकल्प को साकार कर रहा है ‘‘साईं की रसोई’’… पांच रुपये में जनसहयोग से हम लोगों को भरपेट भोजन उपलब्ध कराने का संकल्प पूरा कर रहे हैं- प्रिंस विजेता…खगड़िया/कोशी एक्सप्रेस/ ‘‘कोई भूखा न सोए’’ पावन संकल्प को लेकर जिले में एक युवक प्रिंस विजेता ने दीन दुखियों को भरपेट भोजन खिलाने का एक ऐसा अभियान चलाया कि आज महान सेवा में अनेक लोगों ने अपनी सहभागिता शामिल कर गौरवान्वित हो रहे हैं।
मालूम हो कि साईं की रसोई अभियान तहत भरपेट भोजन खिलाने के लिए सिर्फ पांच रुपये ली जाती है, जिनके पास पांच रुपये भी नहीं हैं, उन्हें निःशुल्क सम्मान भोजन खिलाया जाता है।
सूत्रों का कहना है कि साई की रसोई का प्रतिदिन आयोजन स्थान बदल बदलकर किया जाता रहा है, कभी स्टेशन परिसर , कभी अस्पताल या अन्य स्थानों पर भूखे-भटके और कमजोर लोगों की तलाश करते हुए उन्हें भोजन कराया जा रहा है।
बताया गया है कि इस साईं की रसोई सेवा का नियमित संचालन जनसहयोग से किया जा रहा है। जिले के अनेक सामजिक एवं धार्मिक विचाार के लोगों ने साई की रसोईके माध्यम से पुण्य बटारेने का मौन व्रत मानकर सहयोग करना प्रारंभ कर दिया है। यदि साईं की रसोइ्र्र अभियान का अनुसरण पूरे प्रदेश में किया जाए तो किसी भी गरीब आदमी को भूखे पेट रहकर स्टेशन, बाजार, अस्पताल या अन्य जगहों पर सोना नहीं पडे़गा। यह एक अनुकरणीय महान् सेवा है, जिलेवासियों को यथासंभव साई की रसोई अभियान में शामिल होने की जरुरत है।
प्रिंस विजेता ने बताया कि कोरोना काल के कारण रसोई लंबे समय तक बंद रही थी, जो
रसोई 31मार्च 2021 से पुनः अपने निर्धारित स्थान रेलवे स्टेशन परिसर में चालू की गई है। उन्हेांने कहा कि साईं की रसोई आम लोगों के लिए, आम लोगों का अभियान है जिसे लगातार संचालन के लिए आमजनों का साथ व सहयोग अपेक्षित है। उन्हेांने अपील करते हुए आमजनों से अनुरोध किया है कि वे अपने या अपने परिवार के सदस्यों या मित्र के जन्मदिन, शादी की सालगिरह या किसी की पुण्यतिथि के अवसर पर रसोई के इस मुहिम में सहयोग कर अपनी भूमिका निभाएं,
क्योंकि कोई भूखा न सो जाए।
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