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खगड़ियाः बन्देहरा मुखिया पति राजेश कु. रमन उर्फ पप्पू भगत हत्याकांड के आरोपियों की हो तुरंत गिरफ्तारी-सोनेलाल मेहता/ जिलाध्यक्ष, जदयू … सरकार, समाज व पीड़ित परिवार को पुलिस कार्रवाई पर नजरें टिकी हैं… संजय कुमार सिंह/ जिला प्रवक्ता, जदयू
खगड़ियाः बन्देहरा मुखिया पति राजेश कु. रमन उर्फ पप्पू भगत हत्याकांड के आरोपियों की हो तुरंत गिरफ्तारी-सोनेलाल मेहता/ जिलाध्यक्ष, जदयू …
सरकार, समाज व पीड़ित परिवार को पुलिस कार्रवाई पर नजरें टिकी हैं… संजय कुमार सिंह/ जिला प्रवक्ता, जदयू
खगड़िया/कोशी एक्सप्रेस/ बीते 4 दिसंबर को खगड़िया जिलान्तर्गत बन्देहरा मुखिया खुशबू कुमारी के पति व जदयू उपाध्यक्ष राजेश कु. रमन उर्फ पप्पू भगत की निर्मम हत्या भागलपुर के इसाकचक थानाक्षेत्र मे शातिर अपराध्यिों द्वारा घात लगाकर कर दी गई थी, इस घटना से खगड़िया, भागलपुर सहितं पूरे प्रदेश में जदयू नेताओं की पीड़ा पसर गई। दूसरी तरफ भागलपुर, खगड़िया व मुंगेर की पुलिस टीम दिनरात अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए अहम सुराग ढँूढ रही है।
स्थानीय लोगों कों संदेह है कि इस हत्याकांड में अनेक सफेदपोश शातिर तथाकथित लोगों कर साजिश है, पुलिस के लिए यह एक बहुत बड़ी चुनौती सामने आई है।
जदयू प्रवक्ता संजय कुमार सिंह सहित जदयू जिलाध्यक्ष सोनेलाल मेहता, पूर्व जिलाध्यक्ष सुनील कुमार, उपाध्यक्ष शंभू झा, अनिल जायसवाल, सुबोध यादव ने संयुक्त रुप से प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए अनुरोध किया है किइस हत्याकांड की निष्पक्ष जांच हो तथा जांचोपरांत नामजद अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चत हो तथा मृतक के परिजनों की जानमाल की सुरक्षा मुश्तैदी के साथ सुनिश्चित की जाये।
विदित हो कि इशाकच थाने में दो मामले दर्ज होने की सूचना मिली है, जिसमें मृतक राजेश कु. रमन उर्फ पप्पू भगत के साला और घटना के चश्मदीत गवाह आदित्य कुमार द्वारा दर्ज कराई गई है। सूत्रों का कहना है कि मृतक के पुराने दुश्मन राजद के पूर्व जिलाध्यक्ष सहित 9 लोगों पर एफआइ्रआर दर्ज कराया गया है।
बन्देहरा के ग्रामीणों ने अपना नाम नहीं उजागर करने की शर्त पर बताया है कि इस हत्याकांड पर अब राजनीतिक षड़यंत्र की बू आ रही है, लोगों ने कहा कि पूर्व पीपी चन्द्रदेव यादव व उनके पुत्र संजीव कुमार राजनीतिक रुप में विरोधी रहे हैं, लेकिन हत्या जैसी घटनाओं में शामिल होना संदेह के दायरे में है। अब पुलिसटीम की दूरदर्शिता पर लोगों को विश्वास जागेगा कि आखिर इस हत्याकांड में साजिश करनेवाले कौन लोग हैं ? इतना सत्य है कि मृतक एक बहादुर और समझदार जदयू नेता थे लेकिन होनी को कौन टाल सकता है ?
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