आइसा के जिला संयोजक दीपक ने लॉकडाउन का पालन कर मनाई आंबेडकर जयंती …   इस अवसर पर छात्र संगठन आइसा ने दर्जनों जरूरतमंद परिवारों को राशन उपलब्ध कराया…

खगड़िया: आइसा के जिला संयोजक दीपक ने लॉकडाउन का पालन कर मनाई आंबेडकर जयंती …   इस अवसर पर छात्र संगठन आइसा ने दर्जनों जरूरतमंद परिवारों  को राशन उपलब्ध कराया…
खगड़िया/कोशी एक्सप्रेस/ 14 अप्रैल 2020 को छात्र संगठन आइसा (खगड़िया) द्वारा बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर का जयंति आइसा के जिला संयोजक दीपक के आवास पर मनाया गया।
लॉकडॉन के कारण सामूहिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जा सका एक छोटा सा कर्यक्रम किया गया जिसमें 20 परिवार को राशन उपलब्ध कराया गया। कार्यक्रम में लॉकडॉन का पूर्णतः पालन किया गया उक्त बात की जानकारी आइसा के जिला संयोजक दीपक कुमार दीपक ने दिया ।
उन्होनें जयंती के अवसर पर कहा कि आज पूरा विश्व कोरोना संकट से गुजर रहा हैं इस संकट से निकलने का एक मात्र सोशल डिस्टेनसिंग ही सबसे उचित कदम हैं, जिसका हर हाल में पालन होना चाहिए लेकिन ऐसे समय में एक ऐसे महापुरुष की जयंति आया है जो पूरे विश्व को एक नया राह प्रदान किया। ऐसे में उनका जयंति नहीं मनाना उचित नहीं था इसलिए आदर्शवादी तरीके से जयंती का कार्यक्रम किया गया। विद्वानों के द्वारा ऐसा अनुमान लगाया जाता हैं कि इस महामारी के बाद एक भयंकर मंदी से विश्व गुजरेगा कारण की इस महामारी से सभी देशों का अर्थव्यवस्था डगमगा गई हैं तो आज उस दिन को भी याद करना होगा जब दुनिया विश्व के सबसे बड़ा मंदी से गुजरा था सन 1929-30 में विश्व का सबसे बड़ा मंडी आया था उससे उबरने के लिए ब्रिटेन में विश्व के 40देश के अर्थशास्त्रीयों को बैठक बुलाया गया और मंदी से बाहर आने के रास्ता ढूँढने के लिए कहा गया । उस 40 विद्वानों में से एक विद्वान भारत के भी थे जिनका नाम अंबेडकर था और बाँकी 39देश के विद्वान जो आये उनके हाँथों में बाबा साहेब द्वारा लिखित किताब
“द प्रॉब्लम ऑफ रुपिज” था जब उस सभा में मौजूद विद्वानों ने अम्बेडकर को देखा तो उनके मुँह से निकल आया जिस सभा में ऐसे महान व्यति मौजूद हो वहां दूसरे की आवश्यकता नहीं ।ऐसे महापुरुष को मेरा कोटि कोटि नमन हैं। उन्हीं के रास्ता पर चल कर विश्व का कल्याण संभव हैं। वही आइसा के नेता सुरेंद्र कुमार ने कहा कि आज डॉ आंबेडकर का जयंति हैं और उनका सपना था कि सभी दबे कुचले लोग समान रूप से जिये और हम उन्हीं के सपना को पूरा करने के लिए आइसा के तरफ से 20 परिवार को राशन उपलब्ध कराया ताकि कोई आंबेडकर जयंती की रात भूखा न सोये। वही उन्होनें कहा कि यदि देश के प्रत्येक सम्पन्न लोग यह संकल्प ले कि हम कम से कम एक परिवार को भोजन उपलब्ध कराएंगे तो मुझे पूरा यकीन है कि देश का कोई भी नागरिक भूख से नहीं मरेगा और हम कोरोना से युद्ध भी जीतेंगे। अतः आज जरूरत है कि समाज के जागरूक लोग आगे आकर गरीबों को मदद करें। वही बाबा साहेब को सच्ची श्रद्धांजलि होगा।
कार्यक्रम में पिंकेश कुमार, प्रशांत कुमार, राहुल कुमार, सचिन कुमार, ललित शर्मा, अमन कुमार, छोटू कुमार , आइसा के छात्र मौजूद थे ।

 

नोट- किसी भी प्रसारित समाचार की जिम्मेवारी प्रेस की नहीं होगी-संपादक

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