कबीर साहब की वाणी ज्ञान विचार बोध की कुंजी: शास्त्री
कबीर साहब की वाणी ज्ञान विचार बोध की कुंजी: शास्त्री
खगड़िया/कोशी एक्सप्रेस/ आज 22 जून 2024 को सदर प्रखण्ड के रहीमपुर मध्य पंचायत अंतर्गत नन्हकू मंडल टोला स्थित मेनका-कार्तिकेय सदन सभा कक्ष में गुरू पूर्णिमा को महिला संतमत द्वारा हर्षोल्लासपूर्ण संत शिरोमणि कबीर दास की 627 वीं जयंती समारोह मनायी गई। समारोह का विधिवत्त उद्घाटन स्थानीय समाजसेवी व जदयू के जिला प्रवक्ता आचार्य राकेश पासवान शास्त्री ने दीप प्रज्वलित कर किया ,अध्यक्षता सुमित्रा देवी ने की। जबकि मंच संचालन संतमत संयोजिका राजकुमारी देवी ने गुरू वन्दना प्रस्तुति के साथ सत्संग कार्यक्रम शुरूआत की।
अपने उद्घाटन उद्बोधन में आचार्य राकेश पासवान शास्त्री ने कबीर दास के जीवन और उनकी महानतम कृति को अद्भुत बताते हुए कहा कि परम पूज्य संत शिरोमणि कबीर दास जी महाराज पन्द्रहवीं सदी के निर्गुण संत काव्य के प्रवर्तक और ज्ञानमार्गी उपशाखा के महानतम रहस्यवादी कवि थे; जिन्होंने वाणी आन्दोलन के माध्यम से समाज में फैले जात- पात,अंधविश्वास, छुआ-छूत,पाखंडवाद, कर्मकांड,वर्ण- धर्म सम्प्रदायवाद आदि सामाजिक बुराइयों का जबरदस्त विरोध किया। इनकी वाणी ज्ञान-विचार और भाव- बोध की कुंजी हैं ।वे वास्तव में सर्वधर्म समभाव के प्रतिमूर्ति थे; जिन्होंने हिंदू – मुस्लिम संप्रदाय के बीच सामाजिक सद्भावना एवं सौहार्द को प्रतिष्ठापित किया। मुर्तिभंजक कवि संत कबीर साहब के वर्षों पूर्व के वाणी आज भी प्रासंगिक हैं।
गुरू मंगल- आरती के साथ सत्संग समापनोपरांत उपस्थित संतों ने महाप्रसादी का भोग लगाया और लोगों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया।
समारोह में मेनका देवी, कला देवी, गेनो देवी, ईशा देवी, मीरा देवी, कुसमा देवी, हरिवंश ,नीतू कुमारी, सूर्यवंश आदि सत्संगप्रेमी उपस्थित थे।
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