बिहार की महागठबंधन सरकार ने जाति आधारित गणना करा कर कर्पूरी ठाकुर जी के सपने को साकार किया है : मनोहर यादव 

बिहार की महागठबंधन सरकार ने जाति आधारित गणना करा कर कर्पूरी ठाकुर जी के सपने को साकार किया है : मनोहर यादव 

खगड़िया/ कोशी एक्सप्रेस/ आज 24 जनवरी 2024 को कृष्णापुरी बलुआही स्थित राष्ट्रीय जनता कार्यालय से राजद के सैकड़ों कार्यकर्ता पटना के कृष्ण मेमोरियल हॉल पटना में जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के जन्मशताब्दी समारोह कार्यक्रम में भाग लेने के लिए राजद जिलाध्यक्ष मनोहर कुमार यादव कार्यक्रम में भाग लेने के लिए रवाना किया।
राजद जिलाध्यक्ष सह जिला बीस सूत्री उपाध्यक्ष मनोहर कुमार यादव ने कहा कि 1970 में मात्र साढ़े 5 महीने व 1977 में 22 महीने मुख्यमंत्री रहने वाले कर्पूरी जी ने इंजीनियरिंग की डिग्री वाले 7000 युवाओं को गांधी मैदान बुला कर नियुक्ति-पत्र बांटा। उन्हीं की राह पर तेजस्वी जी चल रहे हैं, और सरकार में आने पर घोषणापत्र में किए गए वायदे के अनुरूप लाखों लोगों को न सिर्फ़ शिक्षक की नौकरी दी, बल्कि उन्हें गांधी मैदान बुला कर नियुक्ति पत्र भी बांटा। वो कौन-सी ताकतें थीं जिन्होंने आरक्षण के दौर में कर्पूरी जी को बिहार में, रामनरेश जी को यूपी में और ताऊ देवीलाल जी को हरियाणा में अपदस्थ किया? यही आरएसएस वाले! 70 के दशक के उत्तरार्द्ध (78) में कर्पूरी ठाकुर जी ने सिर्फ़ सिंचाई विभाग में 17000 वैकेन्सी को भरने का एलान किया तो जमशेदपुर में संघियों ने उनकी सरकार गिरा दी।जिन शिष्य लालू प्रसाद जी की गोद में कर्पूरी जी ने अंतिम सांस ली, उन्होंने अपने नेता जननायक द्वारा दिए गए अतिपिछड़ों के 12 प्रतिशत आरक्षण को बढ़ा कर 14 प्रतिशत और राबड़ी जी ने 18 प्रतिशत किया था।वहीं तेजस्वी जी के संकल्प और नीतीश जी के नेतृत्व के बूते बिहार सरकार ने जाति आधारित गणना करा कर अतिपिछड़ों का आरक्षण 18 प्रतिशत से बढ़ा कर 25 प्रतिशत, पिछड़ों का आरक्षण 12 प्रतिशत से बढ़ाकर 18 प्रतिशत, दलितों का आरक्षण 16 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत व आदिवासियों का आरक्षण 1 प्रतिशत से बढ़ाकर 2 प्रतिशत कर दिया है। इससे भाजपा खेमे में खलबली मची। और, भारत सरकार को विवश होकर जननायक को भारतरत्न देने की समाजवादियों की पुरानी मांग को स्वीकार करना पड़ा। यह कर्पूरी जी की धारा की जीत है कि आरक्षण लागू करने पर कर्पूरी जी को गाली देने वाली धारा तेजस्वी जी की लगातार मांग व पत्र लिखने पर भारत रत्न देने पर राजी हुई। यह करोड़ों बिहारियों व वंचित व प्रगतिशील देशवासियों की आकांक्षाओं का सम्मान है। जब कर्पूरी जी ने नवंबर 1978 में पिछड़ों, अतिपिछड़ों को आरक्षण दिया, तो यथास्थितिवादी लोग चौक-चौराहे पर, रेलगाड़ी के डिब्बे में गालियां देते थे। उसी दौर में अपने साथियों के साथ दिल्ली कूच करते हुए सामाजिक न्याय के प्रति संकल्पित लालू जी नारा लगाते थे: कर्पूरी तेरे अरमानों को हम मंज़िल तक पहुंचाएंगे…कर्पूरी तेरे सपनों को मंज़िल तक पहुंचाएंगे।

राष्ट्रीय जनता दल भारत का पहला राजनैतिक दल है जिसने तेजस्वी जी की दूरदर्शिता के अनुरूप लालू जी के नेतृत्व में अपने सांगठनिक चुनाव में दलित-आदिवासी को 17 प्रतिशत व अतिपिछड़ों को 28 प्रतिशत आरक्षण दिया। समाज के हर वर्ग से नेतृत्व उभरे, यही हमारी प्रतिबद्धता है।

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