एसएल नर्सिंग कॉलेज एवं पारामेडिकल संस्थान के निदेशक डॉ. विवेकानंद ने उठाया गंभीर सवाल- “श्यामलाल ट्रस्ट जमीन पर भू माफिया की गहरी साजिश क्यों ?”
एसएल नर्सिंग कॉलेज एवं पारामेडिकल संस्थान के निदेशक डॉ. विवेकानंद ने उठाया गंभीर सवाल- “श्यामलाल ट्रस्ट जमीन पर भू माफिया की गहरी साजिश क्यों ?”
खगड़िया/कोशी एक्सप्रेस/ आज रविवार 5 फरवरी 2023 को प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए श्यामलाल ट्रस्ट की जमीन पर वैधानिक रूप में स्थापित नर्सिंग कॉलेज पारा मेडिकल संस्थान एवं शहीद प्रभु नारायण मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल के संस्थापक सह निदेशक डॉक्टर स्वामी विवेकानंद ने नामजद असामाजिक व भू माफियाओं की गैरकानूनी गतिविधियों का पर्दाफाश किया है।
मालूम हो कि डॉक्टर विवेकानंद ने 3 फरवरी 2022 को खगड़िया के जिलाधिकारी महोदय का ध्यान आकृष्ट करते हुए अनुरोध किया है कि विगत कुछ वर्षों से स्थानीय असामाजिक तत्वों एवं भू माफियाओं द्वारा उन्हें तथा उनके द्वारा स्थापित स्वास्थ्य संस्थान को ब्लैकमेल करने का प्रयास किया जाता रहा है।
प्राप्त सूचना अनुसार डीएम महोदय को प्रेषित पत्र में डॉक्टर विवेकानंद ने लिखा है कि श्यामलाल ट्रस्ट की जमीन पर वैधानिक रूप में श्यामलाल चंद्रशेखर नर्सिंग कॉलेज एवं पैरामेडिकल संस्थान शहीद प्रभु नारायण मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल वर्ष 2007 से संचालित है, इतना ही नहीं अनेक बार संबंधित विभाग से मान्यता हासिल करने के दौरान सभी बिंदुओं की गहन जांच-पड़ताल हो चुकी है और अनापत्ति प्रमाण पत्र के उपरांत उप संस्था को संचालित करने, प्रशिक्षण देने की स्वीकृति मिली है। लेकिन भू माफियाओं का नाम उजागर करते हुए डॉक्टर विवेकानंद बताया किस श्यामलाल ट्रस्ट जमीन की अवैध रजिस्ट्री व केवाला करते हुए कानून की आंखों में धूल झोंका जा रहा है। उन्होंने बताया कि सरकार के विशेष सचिव, स्वास्थ्य विभाग बिहार पटना का ज्ञापांक स. स.6/एन-8-11/2019-864(6) दिनांक 11.7.2019 के आलोक में संबंधित स्वास्थ्य संस्थान खगरिया के पाठ्यक्रम में सीट वृद्धि हेतु भूमि सुधार उप समाहर्ता श्री जनक कुमार द्वारा जांच पड़ताल करते हुए अनापत्ति प्रतिवेदन पत्रांक 545 दिनांक 13.7.2021 समर्पित किया गया था। जिसमें प्रतिवेदित किया गया कि संस्थान के केवाला संख्या 5210 दिनांक 13. 9. 2019 के माध्यम से मौजा परमानंदपुर थाना 271, तौजी 525, खाता 74, खेसरा 191,195, रकबा 04 चार एकड़ जमीन अर्थात कुल 5 एकड़ जमीन संस्थान को वैधानिक रूप में उपलब्ध है। इतना ही नहीं उक्त दोनों केबाला की जमीन सत्यापन माफी वाद संख्या 13/19- 20 अंतर्गत अंचल अधिकारी द्वारा सत्यापित है, इसके बावजूद असामाजिक तत्वों एवं भूमाफिया द्वारा लगातार ब्लैकमेल करने की कोशिश की जा रही है।
आश्चर्य तो इस बात से है कि खगड़िया में कुछ लोग कानून से ऊपर जाकर अपनी संकीर्ण मानसिकता का डंका पीटते हैं। बावजूद कानून के हाथ लंबे हैं। डॉक्टर विवेकानंद द्वारा सार्वजनिक प्रेषित प्रेस विज्ञप्ति का अवलोकन करते हुए प्रेस एसोसिएशन ऑफ बिहार के अध्यक्ष व वरिष्ठ पत्रकार आरएमपी मधुर ने कहा कि श्यामलाल ट्रस्ट के संवेदनशील मामले को वे शीघ्र माननीय पटना उच्च न्यायालय में पीआईएल PIL याचिका दर्ज कराकर निगरानी विभाग की जांच पड़ताल हेतु गुहार लगाएंगे।
इस धरती पर दानवीर श्याम लाल जी ने जन्म लेकर अपनी सारी भू संपदा जनोपयोग हेतु दान कर अमर हो गए लेकिन उनकी सैकड़ों एकड़ जमीन पर सर्वत्र अवैध कब्जा कायम है और अवैध रूप में जमीन की रजिस्ट्री तक आने की सूचना मिलती रही है।
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