खगड़िया में सरकारी खाद्यान्न महाघोटाला: एसएफसी प्रबंधक मो. नवाजिश, एजीएम मिथिलेश,शाहिद रजा के विरुद्ध मामला दर्ज…
खगड़िया में सरकारी खाद्यान्न महाघोटाला: एसएफसी प्रबंधक मो. नवाजिश, एजीएम मिथिलेश, शाहिद रजा के विरुद्ध मामला दर्ज…
खगड़िया/कोशी एक्सप्रेस/ प्राप्त सूचनानुसार आज 25 अक्टूबर 2021 को बाजार समिति गोदाम के एजीएम मिथिलेश कुमार (वर्षों से पदस्थापित) तथा अलौली गोदाम के एजीएम शाहिद रजा सहित एसएफसी प्रबंधक मो. नवाजिश को सरकारी खाद्यान्न घोटाले में लिप्त होने की शिकायत पर जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के यहां अध्यक्ष सह वरिष्ठ पत्रकार आर.एम.पी. मधुर ने मामला दर्ज कराते हुए प्रशासनिक स्तर से जांच पड़ताल करने व विधि सम्मत् कार्रवाई की मांग की है।
बताया गया है कि जिले में जनवतिरण प्रणाली दूकानदारों की लगातार गुहार लगाने के बावजूद एसएफसी के जिला प्रबंधक मो. नवाजिश द्वारा सिर्फ कागजी खानापूत्ति करते हुए स्पष्टीकरण भेजने का बहाना बनाते रहे हैं, दूसरी तरफ पीड़ित डीलरों के विरुद्ध लाइसेन्स निलंबित करने की धमकी दी जाती है। इनदिनों मीडियाकर्मियों ने प्रामाणिक शिकायतों के आधार पर जिला प्रशासन सहित आम नागरिकों के हित में समाचार प्रकाशित करने का अदम्य साहस किया है।
मालूम हो कि प्रभात-खबर दैनिक, अंक 21 अक्टूबर 2021 में डोर स्टेप डिलीवरी में गोलमाल, एजीएम ठिकेदार मालामाल, डीलर बेहाल शीर्षकन्तर्गत अत्यन्त संवेदनशील खबर प्रकाशित हुई। इसके बाद पुनः दिनांक 25 अक्टूबर2021 के अंक में बाजार समिति के बाद अलौली एसएफसी गेादाम में अनाज की हेराफेरी उजागर शीर्षकन्तर्गत प्राकशित समाचार से महाघोटाला जगजाहिर हुआ है।
सूत्रों से जानकारी मिली है कि प्रेस एसो. ऑफ बिहार के अध्यक्ष सह वरिष्ठ पत्रकार श्री मधुर ने जिला लोक शिकायत निवारण पदा. के यहां दर्ज मामले में प्रकाशित समाचारों को अवलोकनार्थ संलग्न किया है।
विदित हो कि पीड़ित जनवितरण प्रणाली दूकानदार नीरज कुमार ( आनंदपुरमारन) तथा बरैय पंचायत की महिला डीलर रुचि कुमारी की शिकायत पर प्रभारी डीएसओ मो. शफीक ने त्वरति आदेश देकर संबंधित एमओ को जांच का आदेश दिया और संबंधित एमओ द्वारा अनाज का वजन कम होने की पुष्टि भी की गई। लेकिन आजतक किसी भी संबंधित एजीएम के विरुद्ध पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई जा सकी है। इस मामले में डीलर संघ के प्रदेश मंत्री विधानंद महतो ने भी एसएफसी के जिला प्रबधन्क सहित एजीएम और स्टेप डोर डिलेवरी ठिकेदारों के विरुद्ध आवाज उठाने का साहस किया है ।
स्थानीय जानकार लोगों ने प्रेस को बताया कि प्रति माह लाखों रुपये कमीशनखोरी के इस खेल में सभी छोटे बड़े सरकारी मुलाजिम शामिल हैं, मामले को हमेशा ले देकर रफा दफा करने की पुरानी परंपरा आजतक कायम है।
वरिष्ठ पत्रकार मधुर ने आफसोस व्यक्त करते हुए कहा कि कानून को सबूत चाहित और भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी, कालाबाजारी के इस खेल में चारों तरफ सबूतों का अम्बार बिछा हुआ है। उन्हेांने कहा कि अब मामले को माननीय पटना उच्च न्यायालय तक पहुंचाने की आवश्यकता है।
अपना नाम नहीं उजागर करने की शर्त पर जानकार लोगों ने बताया कि वर्षों से बाजार समिति गोदाम में पदस्थापित एजीएम मिथिलेश कुमार के पास आय से अधिक अकूत सम्पत्ति की जांच पड़ताल से पता चल जायेगा कि आखिर किस स़्त्रोत से इनके पास चल अचल सम्पति अर्जित हुई ? जारी
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