फर्जी नॉन बैंकिंग जीवन बंधन प्रोफिशिएंट ने सैकड़ों ग्रामीणों धोखा देकर करोड़ों रुपए लिए ठग …. प्रशासन की आंखों में धूल झोंकने का सिलसिला जारी है…

फर्जी नॉन बैंकिंग जीवन बंधन प्रोफिशिएंट ने सैकड़ों ग्रामीणों धोखा देकर करोड़ों रुपए लिए ठग …. प्रशासन की आंखों में धूल झोंकने का सिलसिला जारी हैफर्जी नॉन बैंकिंग जीवन बंधन प्रोफिशिएंट ने सैकड़ों ग्रामीणों धोखा देकर करोड़ों रुपए लिए ठग .... प्रशासन की आंखों में धूल झोंकने का सिलसिला जारी है... खगड़िया/ कोशी एक्सप्रेस/प्राप्त सूचना अनुसार स्थानीय गोगरी जमालपुर स्थित अरविंद कुमार सिंह के मकान में विगत कुछ वर्षों से एक फर्जी नॉन बैंकिंग जीवन बंधन प्रोफेशन निधि लिमिटेड कंपनी द्वारा ब्रांच कार्यालय खोलकर दर्जनों एजेंट नियुक्त करते हुए सैकड़ों ग्रामीणों का खाता खोलकर प्रतिदिन लाखों रुपए वसूलने का धंधा किया जाता रहा है। लेकिन मैच्योरिटी अवधि पूरा होने के बाद खाता धारियों को जब रुपए नहीं मिले तब खाता धारियों ने एजेंटों पर दबाव बनाना शुरू किया और मारपीट, गाली गलौज की नौबत तक आ गई।फर्जी नॉन बैंकिंग जीवन बंधन प्रोफिशिएंट ने सैकड़ों ग्रामीणों धोखा देकर करोड़ों रुपए लिए ठग .... प्रशासन की आंखों में धूल झोंकने का सिलसिला जारी है...
मालूम हो कि आज 28 मार्च 2022 को प्रेस एसोसिएशन ऑफ बिहार के अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार आरएमपी मधुर ने एक पीड़ित महिला अर्जेंट नूरानी बेगम पति मोहम्मद जाकिर हुसैन की शिकायत पाकर जब मुस्कीपुर रोड समीप गोगरी जमालपुर स्थित प्रोफिशिएंट नॉन बैंकिंग कार्यालय पहुंचकर पीड़ित खाता धारियों की आपबीती सुनी तब इस महा घोटाले की पोल खुल गई कि आखिर एक फर्जी वित्तीय संस्था का धंधा इतने वर्षों तक कैसे लोगों को ठगने में सफल होता रहा ? या जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है। कोशी एक्सप्रेस प्रेस टीम को पीड़ित खाताधारियों ने बताया कि वर्ष 2015 में बंधन प्रोफिशिएंट के नाम पर ठगी का धंधा शुरू हुआ इसके बाद वर्ष 2018 में जीवन बंधन प्रोफिशिएंट निधि बनाकर जमा करने की योजना बनाई तथा फिक्स्ड डिपॉजिट के जरिए व्यवसायियों से करोड़ों रुपए ठगे गए। पीड़ित ग्रामीणों ने बताया इस फर्जी संस्था के मालिक रविंद्र चौरसिया (मोबाइल 94 30236040), मैनेजर पंकज कुमार रजक, अकाउंटेंट अभिषेक कुमार तथा कैशियर पंकज कुमार पंडित एवं अन्य लोग शामिल हैं, जिनके निर्देशानुसार सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपए ठगे गए।फर्जी नॉन बैंकिंग जीवन बंधन प्रोफिशिएंट ने सैकड़ों ग्रामीणों धोखा देकर करोड़ों रुपए लिए ठग .... प्रशासन की आंखों में धूल झोंकने का सिलसिला जारी है...फर्जी नॉन बैंकिंग जीवन बंधन प्रोफिशिएंट ने सैकड़ों ग्रामीणों धोखा देकर करोड़ों रुपए लिए ठग .... प्रशासन की आंखों में धूल झोंकने का सिलसिला जारी है...
विदित हो कि पूरे देश में हजारों गैर कानूनी नॉन बैंकिंग संस्थाओं को आरबीआई द्वारा वित्तीय लेन-देन पर रोक लगाते हुए प्राथमिकी तक दर्ज कराई जा चुकी है लेकिन खगड़िया में एक फर्जी नॉन बैंकिंग अनेक स्थानों पर कार्यालय खोलकर प्रतिदिन लाखों रुपए का अवैध वसूली अभियान चलाता रहा है।
प्रेसटीम को शिकायत करने व प्रामाणिक रूप में पासबुक की फोटो कॉपी उपलब्ध कराने वाले पीड़ित लोगों में इनके नाम शामिल हैं –
सिराजुल रामायण, धीरज पासवान, मोईम, लालमणि देवी, मोहम्मद शमशाद, मोहम्मद सबीर, मोहम्मद शमशेर, सुशील पासवान, मसुमन खातून, रेहाना खातून, नूरानी बेगम, मो बबलू, नसीमा खातून, कुणाल किशोर कासरी, अर्चना, सुशील गुप्ता हरिनंदन सिंह, नसीमा खातून, रुकसाना, जुबी खातून, राखी कुमारी, विमल कुमार सिंह, सुषमा देवी, कविता सिंह, प्रवीण कुमार, मो तबरेज, कुलसुम खातून, जावेद हसन, जरीना खातून, मनोज गुप्ता, ईश्वर साह , शमीम अंसारी व अन्य।
इन सभी शिकायतकर्ताओं की ऑन द स्पॉट शिकायत कैमरे में रिकॉर्ड कराई कानूनी कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई।
वरिष्ठ पत्रकार आरएमपी मधुर ने बताया कि मामले की गंभीरता को समझते हुए प्रमाणिक सबूतों के आधार पर अब बिहार सरकार के वरीय पुलिस अधिकारियों, निगरानी विभाग के यहां मामला दर्ज कराने की बाध्यता आ पड़ी है। जारी

नोटं- प्रसारित समाचार की  जिम्मेवारी प्रेस की नहीं है तथा विज्ञापनों की प्रामाणिकता से  प्रेस का कोई सबंध नहीं है – संपादक

 

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