खगड़िया: शहर के राजेन्द्रनगर, डीएवी पथ की दुर्दशा पर जिला प्रशासन सहित संबंधित जनप्रतिनिधियों की खामोशी क्यों… सात निश्चय, पीएम-सीएम सड़क योजना व RWD के अन्तर्गत सड़क निर्माण कराने में अधिकारी असमर्थ क्यों बने रहे ?
खगड़िया: शहर के राजेन्द्रनगर, डीएवी पथ की दुर्दशा पर जिला प्रशासन सहित संबंधित जनप्रतिनिधियों की खामोशी क्यों... सात निश्चय, पीएम-सीएम सड़क योजना व RWD के अन्तर्गत सड़क निर्माण कराने में अधिकारी असमर्थ क्यों बने रहे ?खगड़िया/कोशी एक्सप्रेस/ बिहार में विधान सभा चुनाव को लेकर नेताओं द्वारा बड़े बड़े वायदे करने का रिहर्सल चल रहा है। लगातार अपने अपने क्षेत्रों में विधायक द्वारा शिलान्याय पर शिलान्यास करने की सूचना प्रेस को मिल रही है।
अफसोस की बात है कि डीएम कार्याल्य से राजेन्द्रनगर, डीएवी पथ तक 500 मीटर की दूरी है, जो दो मिनट में पूरी की जा सकती है, लेकिन यहां पहुँचने में घंटो में भी लोग अपने घरों तक नहीं आ सकते हैं। राजेन्द्रनगर डीएवी पथ की स्थिति इतनी खराब है, जहां दो पहिये, चार पहिए वाहन, ई रिक्शा, साईकिल तक का परिचालन असंभव हो गया हैं, जबकि इस महल्ले को वीआईपी महल्ला कहा जाता है, राजेन्द्रनगर में सड़क के दोनों तरफ पक्का मकान बनाये गये हैं और मकान के सामने सड़क की दुर्दशा पर आंसू बहानेवाला कोई नहीं दिखता है।
इस महल्ले में जिले का लब्ध प्रतिष्ठ स्कूल डीएवी व एसबी मेमोरियल में हजारों छात्र-छात्राएं और दर्जनों शिक्षक-शिक्षिकाओं सहित सैकड़ों अभिभावकों को सड़क की दुर्दशा का शिकार होना पड़ता रहा है। छोटीे, मोटी दुर्घटनाएं रोज हो रही हैं।
मालूम हो कि आज एक ई रिक्शा यात्री सहित बुरी तरफ दुर्घटनाग्रस्त हो गई। जिसमें सवार लोगों को काफी चोट आई।
राजेन्द्रनगर के सभी महल्लेवासियों की ओर से कोशी एक्सप्रेस टीम जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट करते हुए अनुरोध करती है कि अविलंब इस महल्ले की सड़क दुर्दशा की जांच पड़ताल कराकर उक्त सड़क का स्थायी या अस्थायी रुप से बनाने का निर्देश जारी करते हुए जनहित की समस्याओं का निष्पादन करें ।
विदित है कि इस कोरोना काल में महल्लेवासियों को आपातकालीन चिकित्सीय सुविधाएं भी सड़क की वजह से उपलब्ध नहीं कराई जा सकती है।
स्थानीय महल्लेवासियों के मन में आक्रोश पनप रहा है, लोगों ने प्रेस को बताया कि राजनेता सिर्फ चुनावी स्टंट से इस बार पीड़ित लोगों का वोट नहीं बटोर पाऐंगे। पूर्व जदयू नेता व सामाजिक कार्यकर्ता बबलू मंडल ने कहा कि राजेन्द्रनगर महल्ला एक तरफ संहौली पंचायत और दूसरी तरफ नगर परिषद अन्तर्गत आता है, लेकिन सरकार के किसी योजना अन्तर्गत आजतक इस महल्ले को एक सुदंर सड़क तक नसीब नहीं हो सका है, जबकि सड़क के लिए प्रयाप्त भूमि उपलब्ध है।
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