घोटाला: एसएफसी गोदाम एजीएम सुमन सौरभ, एमओ दीपक कुमार सहित डीएसडी ठिकेदार के काले कारनामे हुए उजागर… पीडीएस दुकानदारों से एमओ द्वारा 70 रुपए प्रति क्विंटल रिश्वत उगाही का मामला डीएम की चौखट पर

घोटाला: एसएफसी गोदाम एजीएम सुमन सौरभ, एमओ दीपक कुमार सहित डीएसडी ठिकेदार के काले कारनामे हुए उजागर… पीडीएस दुकानदारों से एमओ द्वारा 70 रुपए प्रति क्विंटल रिश्वत उगाही का मामला डीएम की चौखट पर …

खगड़िया/कोशी एक्सप्रेस/ प्राप्त सूचनानुसार जिले के एक ग्रामीण पत्रकार लाल मोहन सिंह ने अपना अदम्य साहस का परिचय देते हुए खगड़िया के कर्मठ जिलाधिकारी अमित कुमार पांडे को लिखित आवेदन देते हुए अलौली प्रखंड अंतर्गत एसएफसी गोदाम के एजीएम सुमन सौरव, एमओ दीपक कुमार सहित डी एस डी ठिकेदार के काले कारनामे से अवगत कराया है। मालूम हो कि बीते दिन एक बैठक के दौरान डीलरों ने डोर स्टेप डिलीवरी ठेकेदार की मनमानी के खिलाफ हंगामा किया था। इतना ही नहीं बिहार फेयर प्राइस डीलर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रामप्रकाश आर्य ने संबंधित अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा था की डीलरों के साथ हो रहे शोषण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
आवेदक लाल मोहन सिंह ने बताया है कि वे आज 27 जुलाई 2024 को डीएम महोदय को एसएफसी गोदाम के एजीएम, एमओ सहित डी एस डी ठिकेदार द्वारा की जा रही अवैध उगाही के संदर्भ में उनका ध्यान आकृष्ट कराया है। बताया गया है कि अलौली प्रखंड में एसएससी गोदाम के एजीएम सुमन सौरभ, एमओ दीपक कुमार सहित ठेकेदार की मिली भगत से पीडीएस दुकानदारों को प्रतिमाह 3 से 5 क्विंटल राशन निर्धारित वजन से कम दिया जाता है। इतना ही नहीं प्रत्येक पीडीएस जन वितरण प्रणाली दुकानदारों से एमओ द्वारा प्रति क्विंटल ₹70 प्रतिमाह नजराना वसूले जाते हैं। भ्रष्टाचार का आलम यह है कि लाखों रुपए की कालाबाजारी और रिश्वत की राशि किस प्रशासनिक अधिकारी तक पहुंचाई जाती है ?  सवालों के घेरे में खाद्य निगम के संबंधित कार्यरत अधिकारी सहित शामिल लोग हैं। कुछ लोगों ने अपना नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि घोटाले की जानकारी लगातार जिलाधिकारी सहित संबंधित विभाग के मंत्री व बिहार के सुशासन के नाम से जाने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी तक को विभिन्न स्रोतों से दी जाती रही है और मामले को रूटीन वर्क की तरह समझ कर अन्याय की परिभाषा लिखी जाती है।
इतना ही नहीं पत्रकार लाल मोहन ने अपने आवेदन पत्र के साथ इस संदर्भ में प्रभात खबर में प्रकाशित समाचार की छाया प्रति भी संलग्न किया है।
अब देखना यह है कि उक्त घोटाले में लिप्त अधिकारियों व संबंधित लोगों पर सख्त कानूनी कार्रवाई होगी ? जारी

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