
समाधान: नगर परिषद खगड़िया में कचरा निस्तारण स्थल के अभाव पर बढ़ी चिंता…नगर सभापति अर्चना कुमारी ने डीएम से हस्तक्षेप की मांग की…
समाधान: नगर परिषद खगड़िया में कचरा निस्तारण स्थल के अभाव पर बढ़ी चिंता…नगर सभापति अर्चना कुमारी ने डीएम से हस्तक्षेप की मांग की…
खगड़िया कौशी एक्सप्रेस/ नगर परिषद खगड़िया क्षेत्र में कचरा निस्तारण हेतु निर्धारित स्थल की अनुपलब्धता अब गंभीर मुद्दे के रूप में उभरकर सामने आ रही है। क्षेत्र भ्रमण के दौरान नगर सभापति अर्चना कुमारी ने स्वयं स्थिति का निरीक्षण किया और पाया कि कचरा निस्तारण की समुचित व्यवस्था न होने के कारण शहर के कई मोहल्लों में कचरा खुले में जमा किया जा रहा है। इससे न केवल बदबू और प्रदूषण बढ़ रहा है बल्कि संक्रामक रोगों के फैलने की भी आशंका बढ़ गई है।
निरीक्षण के दौरान स्थानीय नागरिकों ने नगर सभापति को बताया कि प्रतिदिन उत्पन्न होने वाला कचरा फेंकने के लिए उपयुक्त स्थान न होने के कारण लोग मजबूरी में गली–कूचों, नालों के पास या खाली पड़े मैदानों में कचरा डाल देते हैं। गर्मी व बारिश के मौसम में यह स्थिति और विकट हो जाती है, जिससे मच्छरों व कीटों की संख्या बढ़ जाती है और डेंगू, मलेरिया व अन्य बीमारियों का खतरा बना रहता है। कई स्कूल एवं आंगनबाड़ी केंद्रों के आसपास भी कचरा जमा होने की शिकायतें मिलीं।
नगर सभापति अर्चना कुमारी ने मामले को अत्यंत गंभीर बताते हुए तुरंत जिला पदाधिकारी खगड़िया को विस्तृत पत्र भेजकर हस्तक्षेप की मांग की है। पत्र में उन्होंने स्पष्ट लिखा है कि—
“शहर के लिए कचरा निस्तारण का वैज्ञानिक एवं अधिकृत स्थल उपलब्ध कराना आवश्यक है। वर्तमान स्थिति जनस्वास्थ्य, स्वच्छता, पर्यावरण और शहरी प्रबंधन—सभी पर नकारात्मक प्रभाव डाल रही है। इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।”
नगर सभापति ने जिला प्रशासन से तीन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है:
1. कचरा निस्तारण हेतु स्थायी एवं वैज्ञानिक आधार पर उपयुक्त स्थल का चयन
उन्होंने कहा कि नगर क्षेत्र में दिनोंदिन बढ़ते आबादी व कचरे की मात्रा को देखते हुए एक ऐसे स्थान की आवश्यकता है जहाँ कचरा वैज्ञानिक पद्धति से निस्तारित किया जा सके। यह स्थल नगर परिषद की स्वच्छता योजना का मुख्य आधार होगा।
2. स्थायी स्थल तय होने तक अस्थायी कचरा निस्तारण केन्द्र की तत्काल व्यवस्था।
नगर सभापति ने बताया कि स्थाई स्थल चयन की प्रक्रिया में समय लग सकता है, इसलिए जब तक अंतिम स्थल तय न हो, तब तक तत्काल अस्थाई स्थल की व्यवस्था की जानी चाहिए ताकि शहर में कहीं भी कचरा खुले में जमा न हो।
3. कचरा प्रबंधन हेतु तकनीकी सहयोग एवं विभागीय मार्गदर्शन उपलब्ध कराना।
नगर परिषद को ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए तकनीकी सहायताओं एवं संसाधनों की आवश्यकता होती है, जिसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन से पूरा सहयोग मांगा है।
इस संबंध में नगर सभापति ने यह भी कहा कि—
“स्वच्छता केवल नगर परिषद की जिम्मेदारी नहीं बल्कि प्रशासन और नागरिकों दोनों की संयुक्त जिम्मेदारी है। यदि उचित निस्तारण स्थल मिल जाए तो शहर की सफाई व्यवस्था को और प्रभावी तरीके से लागू किया जा सकता है। स्थानीय लोगों ने नगर सभापति की इस पहल की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि जिला प्रशासन जल्द ही कचरा निस्तारण की समस्या का स्थायी समाधान करेगा। कई नागरिकों ने कहा कि सही व्यवस्था होने से शहर में प्रदूषण कम होगा, सफाई व्यवस्था सुधरेगी और आमजन का स्वास्थ्य सुरक्षित रहेगा। नगर परिषद खगड़िया ने आश्वासन दिया है कि जैसे ही जिला प्रशासन की ओर से स्वीकृति मिलती है, नगर क्षेत्र में कचरा निस्तारण की आधुनिक और व्यवस्थित व्यवस्था लागू की जाएगी। नगर परिषद का उद्देश्य है कि खगड़िया को स्वच्छ, सुंदर और स्वस्थ शहर के रूप में स्थापित किया जाए।
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