खगड़िया में औद्योगिक सम्मेलन, किसानों की आय बढ़ाने पर जोर…जिलाधिकारी बोले—युवाओं के लिए रोजगार और अवसर की नई दिशा..

खगड़िया में औद्योगिक सम्मेलन, किसानों की आय बढ़ाने पर जोर…जिलाधिकारी बोले—युवाओं के लिए रोजगार और अवसर की नई दिशा..

खगड़िया/ कौशी एक्सप्रेस/ आज 3 सितंबर 2025  को एक महत्वपूर्ण औद्योगिक सम्मेलन (Industrial Conclave) का आयोजन जिलाधिकारी  नवीन कुमार की अध्यक्षता में किया गया। इस अवसर पर जिले के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े हितधारक — जैसे कि उद्योग, कृषि, मत्स्य पालन, किसान, बैंकिंग संस्थाएं, चेंबर ऑफ कॉमर्स आदि — एक ही मंच पर एकत्रित हुए। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य था कि खगड़िया जिले की कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था को स्थानीय संसाधनों के माध्यम से आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाया जाए।
सम्मेलन में इस बात पर विशेष बल दिया गया कि खगड़िया जैसे उत्पादक जिले में किसानों द्वारा उत्पादित स्थानीय वस्तुओं — जैसे मकई, केला, दूध और मछली — का प्रसंस्करण (Processing) स्थानीय स्तर पर किया जाए ताकि किसानों को अधिक मूल्य प्राप्त हो और उनके जीवनस्तर में सुधार हो। उदाहरण के रूप में, मकई से कॉर्न फ्लोर, स्टार्च, तेल और मक्का केक जैसे उत्पाद तैयार किए जा सकते हैं; वहीं केले से फाइबर, कालीन, केले का पाउडर आदि का उत्पादन संभव है। जिले में प्रतिदिन लगभग 7.5 लाख लीटर दूध का उत्पादन होता है, परंतु किसानों को इसका समुचित लाभ नहीं मिल पाता। इसी के मद्देनज़र पनीर, मिठाई, खोया प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना की संभावनाओं पर चर्चा की गई, जिससे किसानों की आमदनी में तीन गुना तक वृद्धि संभव हो सकती है।
सम्मेलन के दौरान उद्यम स्थापित करने के लिए आवश्यक सभी संसाधनों जैसे भूमि, बिजली, पूंजी, प्रशिक्षण, सरकारी योजनाओं की जानकारी भी साझा की गई। उद्यमियों को बताया गया कि बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण (BIADA) के माध्यम से ‘सिंगल विंडो क्लियरेंस’ के तहत भूमि प्राप्त की जा सकती है, जिसके लिए केवल एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) और एक रद्द चेक की आवश्यकता होती है। इसके अलावा वित्तीय सहायता हेतु NABARD, बिहार औद्योगिक प्रोत्साहन नीति के तहत 35% तक अनुदान या अधिकतम ₹10 लाख की सहायता, SGST सब्सिडी, तथा विद्युत सब्सिडी की विस्तृत जानकारी दी गई।
प्रशिक्षण के क्षेत्र में, कृषि विज्ञान केंद्र (KVK), ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (RSETI), और खाद्य सुरक्षा व मानक प्राधिकरण (FSSAI) के पंजीकरण की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया गया। उल्लेखनीय है कि हाल ही में खगड़िया में एक नया RSETI केंद्र आरंभ हुआ है, जहां 64 विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण प्रदान किए जा रहे हैं, जिनमें DPR निर्माण, प्रबंधकीय कौशल, तथा वित्तीय प्रशिक्षण शामिल हैं।
सम्मेलन में भविष्य की संभावनाओं पर भी विचार विमर्श किया गया, जिनमें पर्यावरण अनुकूल ईंट (AAC Block) निर्माण, कोल्ड स्टोरेज इकाइयों की स्थापना जैसे विषय प्रमुख रहे। खगड़िया जैसे कृषि-प्रधान जिले में शीत भंडारण की अत्यंत आवश्यकता है और इसे स्थापित करने पर सरकार द्वारा 35% से 50% तक की पूंजी सब्सिडी भी प्रदान की जाती है।
कार्यक्रम के अंतिम चरण में उन सफल उद्यमियों को मंच पर आमंत्रित किया गया जिन्होंने सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर अपनी आर्थिक स्थिति को सशक्त किया है। इन उदाहरणों ने प्रतिभागियों को न केवल प्रेरित किया, बल्कि उन्हें अपने सपनों को मूर्त रूप देने के लिए उत्साहित भी किया।
जिलाधिकारी श्री नवीन कुमार ने अपने संबोधन में कहा, “यदि आप एक कदम आगे बढ़ते हैं, तो जिला प्रशासन आपकी सहायता हेतु पांच कदम आगे बढ़ेगा। यह समय है कि युवा पीढ़ी इस पहल का हिस्सा बने। जो उत्पादक है, वही उसका वास्तविक लाभार्थी होना चाहिए। खगड़िया की अनुकूल भौगोलिक परिस्थितियों का अधिकतम लाभ उठाते हुए किसानों की आमदनी को दोगुना-तिगुना किया जा सकता है।”
सम्मेलन का समापन इस आग्रह के साथ हुआ कि सभी इच्छुक लाभार्थी संबंधित विभागों में स्वयं को पंजीकृत करें ताकि आगे चलकर उन्हें इकाईवार (unit-wise) मीटिंग्स और मार्गदर्शन हेतु संपर्क किया जा सके। यह सम्मेलन न केवल विचारों के आदान-प्रदान का मंच बना, बल्कि खगड़िया के औद्योगिक विकास की दिशा में एक ठोस पहल भी सिद्ध हुआ।

नोट- प्रसारित समाचार की जिम्मेवारी प्रेस की नहीं है तथा विज्ञापनों की प्रामाणिकता से प्रेस का कोई सबंध नहीं है – संपादक
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