डॉ. विवेकानंद के संघर्ष ने रंग लाया…श्यामलाल चंद्रशेखर मेडिकल कॉलेज को मिली एनएमसी की मान्यता.. जिले को मिला पहला मेडिकल कॉलेज, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की उम्मीद बढ़ी…

डॉ. विवेकानंद के संघर्ष ने रंग लाया…श्यामलाल चंद्रशेखर मेडिकल कॉलेज को मिली एनएमसी की मान्यता..

जिले को मिला पहला मेडिकल कॉलेज, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की उम्मीद बढ़ी…

खगड़िया/कौशी एक्सप्रेस/जिलेवासियों के लिए बड़ी राहत और गौरव की खबर सामने आई है। जिले के लिए ऐतिहासिक दिन साबित हुआ है। वर्षों से चली आ रही मांग और संघर्ष के बाद आखिरकार श्यामलाल चंद्रशेखर चिकित्सा महाविद्यालय को राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (एनएमसी) से मान्यता मिल गई है। आयोग ने फिलहाल 50 सीटों पर नामांकन की अनुमति प्रदान की है। इसके साथ ही खगड़िया जिले में पहली बार एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू होने का रास्ता साफ हो गया है।

20 वर्षों का संघर्ष हुआ सफल :  श्यामलाल चंद्रशेखर चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. विवेकानंद ने इस अवसर पर कहा कि यह उपलब्धि जिले की जनता के लिए समर्पित है। उन्होंने बताया कि करीब 20 वर्षों से मेडिकल कॉलेज की स्थापना और मान्यता के लिए प्रयास किए जा रहे थे। आखिरकार अब यह सपना साकार हुआ है। डॉ. विवेकानंद ने कहा कि जिले के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध कराना और युवाओं को चिकित्सकीय शिक्षा का अवसर देना उनका संकल्प रहा है।

संघर्ष का रंग लाया सपना : इस मेडिकल कॉलेज की मान्यता डॉ. विवेकानंद, डॉ. रीना रूबी, इंजीनियर धर्मेंद्र, डॉ. सत्यम तथा उनके सहयोगियों के लंबे संघर्ष और अथक प्रयास का परिणाम है। इन सभी ने वर्षों तक लगातार कोशिश कर इस सपने को साकार किया। आज उनकी मेहनत और संकल्प का ही नतीजा है कि जिले के छात्रों को मेडिकल शिक्षा का अवसर मिलेगा और आम जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा यहीं पर उपलब्ध होगी।

नर्सिंग कॉलेज के बाद अब मेडिकल कॉलेज : ज्ञात हो कि इससे पहले श्यामलाल चंद्रशेखर नर्सिंग कॉलेज ने हजारों छात्रों को शिक्षा देकर स्वास्थ्य क्षेत्र में योगदान दिया था। अब मेडिकल कॉलेज की मान्यता से खगड़िया जिले के विद्यार्थियों को डॉक्टर बनने के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। साथ ही, जिले में स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर भी ऊँचा होगा।

जिले में बढ़ेगी चिकित्सा सुविधा:  मेडिकल कॉलेज की स्थापना से न केवल छात्रों को पढ़ाई का अवसर मिलेगा, बल्कि मरीजों को भी बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ जिले में ही प्राप्त होंगी। एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू होने के बाद यहाँ आधुनिक स्वास्थ्य संसाधनों, विशेषज्ञ चिकित्सकों और नई चिकित्सा सुविधाओं का विकास होगा।

स्थानीय चिकित्सकों सहित गणमान्य लोगों ने व्यक्त किया हर्ष : मान्यता मिलने की खबर से पूरे जिले में खुशी की लहर है। स्थानीय चिकित्सकों और शिक्षकों ने इसे खगड़िया की बड़ी उपलब्धि बताया है।
आईएमए के अध्यक्ष डॉ. प्रेमशंकर, सचिव डॉ.  शैलेन्द्र कुमार, डॉ पवन, डॉ वर्षा, डॉ संजय कुमार, डॉ  एस जेड रहमान, डॉ प्रेम, IDA सचिव डॉ  देवव्रत, डॉ संतोष, डॉ संजय ईश्वर (बेगूसराय), डॉ एच प्रसाद, डॉ गौरव, डॉ अनुराग, डॉ सतीश, डॉ राहुल, डॉ विक्रम कुमार, डॉ आर के रमन, डॉ रणधीर, डॉ रोहित शर्मा, डॉ योगेश सिंह, डॉ अर्णव आलोक, डॉ  नरेंद्र कुमार, डॉ ऋतुराज, डॉ गुलसनोवर, डॉ नवदीप,  डॉ सौरभ सुमन, डॉ जैनेंद्र नाहर, डॉ कविंद्र कुमार, डॉ आर एन प्रताप, डॉ के कनिका, डॉ तरुण, डॉ पंकज कुमार, व अन्य चिकित्सकों और शिक्षक नेता मनीष कुमार सिंह, नगर सभापति प्रतिनिधि ज्योतिष मिश्रा, राजीव चौहान, बीजेपी नेता मनीष कुमार, प्रफुल चंद्र घोष, अमरीश यादव, नवीन गोयनका, गौरव गोयनका, संजीव कुमार यादव, प्रसनजीत कुमार, सतीश यादव, शुभम राठौड़, अश्वनी सिंह, अधिवक्ता शशि कुमार सुमन, कारेलाल तथा अन्य समाजसेवियों ने बधाई दी।

जिले का नाम होगा रोशन : इस मान्यता से खगड़िया अब चिकित्सा शिक्षा के मानचित्र पर अंकित हो गया है। जिले के छात्र-छात्राओं को एमबीबीएस की पढ़ाई का अवसर मिलेगा और उन्हें बड़े शहरों की ओर पलायन नहीं करना पड़ेगा। यह उपलब्धि जिले के विकास की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी।

जश्न का माहौल : एनएमसी से मान्यता की घोषणा होते ही जिले में खुशी की लहर दौड़ गई। शहीद प्रभु नारायण अस्पताल और श्यामलाल चंद्रशेखर मेडिकल कॉलेज परिसर में जश्न का नज़ारा देखने लायक था। चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ और अन्य कर्मचारियों ने डॉ. विवेकानंद को मिठाई खिलाकर बधाई दी और आतिशबाजी कर उल्लास व्यक्त किया। लोगों ने कहा कि यह दिन जिले के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गया है।

इस अवसर पर डॉ. विवेकानंद ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि सोशल एक्टिविस्ट सह सामाजिक कार्यकर्ता अमरीश कुमार को श्यामलाल चंद्रशेखर मेडिकल कॉलेज एवं शहीद प्रभु नारायण मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल परमानंदपुर, खगड़िया का मीडिया प्रभारी नियुक्त किया गया है। वहीं, समाजसेवी एवं सूचना अधिकार कार्यकर्ता प्रफुल्ल चंद्र घोष को कॉलेज और अस्पताल की रोगी कल्याण समिति का प्रभारी बनाया गया है। डॉ. विवेकानंद ने उम्मीद जताई कि इन नियुक्तियों से मीडिया के साथ बेहतर सामंजस्य बनेगा और मरीजों की समस्याओं का त्वरित समाधान संभव होगा।

नोट- प्रसारित समाचार की जिम्मेवारी प्रेस की नहीं है तथा विज्ञापनों की प्रामाणिकता से प्रेस का कोई सबंध नहीं है – संपादक
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