
श्रद्धांजलि: पूर्व मंत्री सह जदयू वरीय नेता आर एन सिंह के निधन से प्रदेश की राजनीति को आघात पहुंचा है-पवन सिंह/पंकज सिंह
श्रद्धांजलि: पूर्व मंत्री सह जदयू वरीय नेता आर एन सिंह के निधन से प्रदेश की राजनीति को आघात पहुंचा है-पवन सिंह/पंकज सिंह
बेगूसराय/ कौशी एक्सप्रेस/ बेगूसराय सिम्हा निवासी व कौशी एक्सप्रेस न्यूज ब्यूरो प्रभारी पवन सिंह व दून पब्लिक स्कूल के निदेशक पंकज सिंह ने पूर्व मंत्री आरएन सिंह के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है। उन्होंने ने दुख की घड़ी में परिजनों और समर्थकों के प्रति गहरी संवेदना जताई। उन्होंने बताया कि आरएन सिंह का सामाजिक और राजनीतिक जीवन लंबा रहा. आरएन सिंह समाज के लिए समर्पित थे। पवन सिंह ने बताया कि अत्यंत शोकाकुल मन से एक ऐसी विभूति को श्रद्धांजलि देने हेतु एकत्रित हुए हैं, जिन्होंने अपना पूरा जीवन समाज, राजनीति और क्षेत्र की सेवा में समर्पित कर दिया। अब हमारे बीच नहीं रहे। परबत्ता, खगड़िया जैसे क्षेत्र को राजनीतिक पहचान देने वाले और जनता के सुख-दुख में सदैव साथ खड़े रहने वाले आर. एन. सिंह जी का जाना, न केवल जनता दल यूनाइटेड (JDU) के लिए, बल्कि पूरे बिहार के सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने राजनीति को सत्ता का माध्यम नहीं, बल्कि जनसेवा का साधन बनाया। उनके विचार, उनकी स्पष्टवादिता, और क्षेत्र के विकास के लिए उनका समर्पण आज भी लोगों के दिलों में जीवित रहेगा। भूगोल की दृष्टि से जिस खगड़िया को लोग पिछड़ेपन से जोड़ते थे, उसे विकास की मुख्यधारा में लाने में आर. एन. सिंह जी की सोच और योजनाओं की बड़ी भूमिका रही है। उन्होंने गाँव-गाँव जाकर लोगों की समस्याएँ सुनीं, ज़मीन से जुड़े मुद्दों को विधानसभा में उठाया और क्षेत्रीय विकास के लिए ठोस कदम उठाए। दुखी मन से आज जब हम उन्हें अंतिम विदाई दे रहे हैं, तो केवल एक नेता नहीं, बल्कि एक दृष्टा, कर्मयोगी और सच्चे जनप्रतिनिधि को खोने का दुःख हम सभी के चेहरे पर झलक रहा है। ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उनकी आत्मा को शांति मिले, और उनके दिखाए रास्ते पर चलकर हम सब उनके सपनों के बिहार और परबत्ता को साकार करें।
इधर खगड़िया के भी लोग सदमे में हैं. आरएन सिंह खगड़िया जिले के लोकप्रिय नेता थे. दिवंगत नेता के घर पर बड़ी संख्या में लोग पहुंचकर शोक संवेदना प्रकट कर रहे हैं. पूर्व मंत्री विनम्र और मिलनसार स्वभाव के थे. इलाके में लोगों के बीच छवि भी अच्छी थी. बताया जाता है कि इंजीनियर के पद से त्याग पत्र देकर आरएन सिंह ने राजनीति में कदम रखा था।