
13 मार्च को महामूर्खों के महासंगम में डुबकी लगाकर इतिहास के पन्ने में नाम दर्ज कराएं, जैसे पूर्व के डीएम, एसपी ने कराया – डॉ अरविन्द वर्मा
13 मार्च को महामूर्खों के महासंगम में डुबकी लगाकर इतिहास के पन्ने में नाम दर्ज कराएं, जैसे पूर्व के डीएम, एसपी ने कराया – डॉ अरविन्द वर्मा
खगड़िया/ कौशी एक्सप्रेस/ फरकिया स्टेट महामूर्ख सम्मेलन के इतिहास में अपना नाम दर्ज करते हुए बहुचर्चित आई ए एस अधिकारियों में प्रमुख हैं ज़िला पदाधिकारी सुधीर त्रिपाठी, निरंजन चौधरी, दीपक कुमार सिंह, जय सिंह, राजीव रौशन तथा डॉ आलोक रंजन घोष जिन्हें आज भी फ़रकिया की आवाम नहीं भूला पा रही है। उसी प्रकार पुलिस अधीक्षकों में अनिल कुमार सिंहा, बी बी प्रसाद, मिठू प्रसाद तथा अनिल कुमार सिंह, डीडीसी में हुमायूं अख्तर, पी सी सिंह, शिव प्रसाद तथा एसडीओ में आदित्य प्रसाद के नाम भी महामूर्ख सम्मेलन के इतिहास में दर्ज है। वैसे तो कई अधिकारी आए और चले गए पर अपनी अपनी कृतियों के कारण अमित छाप छोड़ गए उन तमाम अधिकारियों का नाम तब तक जिंदा रहेगा जब तक इस क्षेत्र में महामूर्ख सम्मेलन का आयोजन होता रहेगा। विगत हर महामूर्ख सम्मेलन के मंच संचालक के रूप में प्रसिद्धि प्राप्त कर चुके फरकिया स्टेट महामूर्ख सम्मेलन आयोजन समिति के अध्यक्ष सह वरिष्ठ पत्रकार डॉ अरविन्द वर्मा ने उक्त बातें महामूर्ख सम्मेलन के पूर्व संध्या पर मीडिया से कही। आगे उन्होंने कहा 49 वाँ फरकिया स्टेट महामूर्ख सम्मेलन आगामी 13 मार्च को नेशनल स्कूल के सभागार होगा जो विशुद्ध गैरराजनीतिक, साहित्यिक, सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से विगत 48 वर्षों से होता आया है। इसी महामूर्ख सम्मेलन के मंच से कई कलाकारों ने गायन, डांस एवं एक्टिंग में राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त कर चुके हैं जिनमें फिल्मी आर्टिस्ट संजू सोलंकी, मणिशंकर और गोपाल पाठक का नाम उल्लेखनीय है। आगे डॉ वर्मा ने कहा सम्मेलन के संस्थापक पत्रकार अरुण वर्मा आज भी हंसोड़ आंदोलन के जरिए लोगों का टेंशन दूर कर रहे हैं। अरुण वर्मा के अनुसार 49 वें फ़रकिया स्टेट महामूर्ख सम्मेलन का उद्घाटन ज़िला पदाधिकारी अमित कुमार पांडेय, मुख्य अतिथि होंगे राकेश कुमार और डीडीसी अभिषेक पलासिया तथा विशिष्ट अतिथि होंगे सदर अनुमंडल पदाधिकारी अमित अनुराग। डॉ अरविन्द वर्मा ने कहा साहित्यकारों, कलाकारों, कवियों और कवयित्रियों के महासंगम में अवश्य डुबकी लगावें और महामूर्ख सम्मेलन के इतिहास में नाम दर्ज करवाएं। दोपहर से लेकर रात्रि दस बजे तक होगा रंग रंग कार्यक्रम दो दो सत्रों में। हास्य व्यंग से भरपूर काव्य पाठ, गीत, संगीत और डांस का भी लुफ्त उठाने का मिलेगा मौका।