क्राइम: पत्नी का हत्यारा अपने बचाव में निर्दोष लोगों को फंसाने का कुचक्र रचा… मामला एसपी की चौखट पर न्याय के लिए पहुंचा…
क्राइम: पत्नी का हत्यारा अपने बचाव में निर्दोष लोगों को फंसाने का कुचक्र रचा… मामला एसपी की चौखट पर न्याय के लिए पहुंचा…खगड़िया/कोशी एक्सप्रेस/ प्राप्त सूचनानुसार स्थानीय चतरा घरारी वार्ड 10 (मुफस्सिल थाना अंतर्गत) निवासी नरेश झा पिता स्वर्गीय सूरत झा ने एफआईआर संख्या 242/22 दिनांक 22.3 .2022 में अपना बयान दर्ज कराते हुए आरोप लगाया है कि ग्रामीणों द्वारा उसकी पत्नी रूबी देवी की हत्या कर दी गई। लेकिन खगरिया पुलिस तथा प्रेसटीम की पड़ताल में मृतक रूबी देवी की हत्या का साजिशकर्ता उसका शराबी और झगड़ालू पति नरेश झा द्वारा करने की बात सामने आई है।
बताया गया है कि नरेश झां की गैरकानूनी हरकतों और बेवजह केस मुकदमा में फंसाने की वजह से पूरा समाज त्रस्त रहा है । अपना नाम नहीं उजागर करने कि शर्त पर शांति प्रिय ग्रामीणों ने प्रेस को बताया कि नरेश झा द्वारा अनेक बार ग्रामीणों के विरुद्ध आवेदन देकर निर्दोष लोगों को परेशान किया जाता रहा है लेकिन नरेश झा से लोग सदा परहेज करते रहे हैं।
अब सवाल उठता है कि नरेश झा ने अपनी पत्नी को जब घायल अवस्था में बेगूसराय सदर अस्पताल ले गया तो उस समय रूबी देवी काफर्द बयान क्यों नहीं दर्ज कराया गया, क्योंकि रूबी देवी अपने पति के काले कारनामे को अवश्य पुलिस के सामने उजागर करती। सूत्रों का कहना है कि नरेश झा अपनी नाबालिग बेटी को लगातार झूठ बोलने की ट्रेनिंग देता रहा है और संदेह जताया जाता है बच्ची की भी हत्या करने की साजिश रच कर एक नया खेल खेला जा सकता है।
विदित हो उक्त घटना की निष्पक्ष जांच पड़ताल के लिए ग्रामीणों ने दिनांक 25 मार्च 2022 को जिलाधिकारी महोदय सहित एसपी महोदय को लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई गई है।
आज दिनांक 9 मई 22 को प्रेस एसोसिएशन ऑफ बिहार के अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार आरएमपी मधुर ने प्रेस टीम के साथ संबंधित गांव पहुंचकर सैकड़ों ग्रामीणों से मामले की तहकीकात कर अफसोस जाहिर करते हुए बताया कि हत्यारा पति ने अपनी मासूम निर्दोष पत्नी की हत्या कर ग्रामीणों को फर्जी मुकदमा दर्ज करा कर कानून की आंखों में धूल झोंकने का दुस्साहस किया है।
ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि उन्हें खगरिया के पुलिस अधीक्षक तथा डीएसपी सदर पर पूरा भरोसा है कि निर्दोष लोगों को न्याय मिलेगा।
नोटं- प्रसारित समाचार की जिम्मेवारी प्रेस की नहीं है तथा विज्ञापनों की प्रामाणिकता से प्रेस का कोई सबंध नहीं है – संपादक