खगड़ियाः जदयू जिलाध्यक्ष बबलू मंडल के नेतृत्व में डॉ. राममनोहर लोहिया की जयंती श्रद्धांजलि अर्पित कर मनाई गई .. सीएम नीतीश कुमार ने अपने शासनकाल में डॉ. राममनोहर लोहिया के सपनों को साकार करने का काम किया है-विक्रम यादव
खगड़ियाः जदयू जिलाध्यक्ष बबलू मंडल के नेतृत्व में डॉ. राममनोहर लोहिया की जयंती श्रद्धांजलि अर्पित कर मनाया गया.. सीएम नीतीश कुमार ने अपने शासनकाल में डॉ. राममनोहर लोहिया के सपनों को साकार करने का काम किया है-विक्रम यादव… खगड़िया/कोशी एक्सप्रेस/आज 23 मार्च 2021 को समाजवादी चिंतक डॉ. राम मनोहर लोहिया की 111वीं जयंती के अवसर पर खगड़िया जदयू जिलाध्यक्ष बबलू मंडल के नेतृत्व में सैकड़ों नेताओं व कार्यकत्ताओं ने स्थानीय कचहरी रोड कार्यालय कर्पूरी सभागार कार्यालय पर धूमधाम से मनाया।
मालूम हो कि कार्यकर्ताओं ने लोहिया के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनको याद किया। इस अवसर पर हुई विचार गोष्ठी में वक्ताओं ने उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला। इस मौके पर कार्यकर्ताओं ने शहीद भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरू के बलिदान दिवस पर उनको नमन किया। उनके बताए हुए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। जिलाध्यक्ष बबलू मंडल ने इस अवसर पर कहा कि आज प्रखर चिंतक व महान समाजवादी नेता डॉ राममनोहर लोहिया जी की जयंती है। उन्हें गैर-कांग्रेसवाद का शिल्पी कहा जाता है। लोहिया अनेक सिद्धान्तों, कार्यक्रमों व क्रान्तियों के जनक हैं। वे सभी अन्यायों के विरुद्ध एक साथ जेहाद बोलने के पक्षपाती थे। उन्होंने एक साथ सप्तक्रांतियों का आह्वान किया। उस सप्तक्रांति में उन्होंने प्रमुख रूप से नर और नारी की समानता के लिए आवाज उठाई।नारी शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, महिला आरक्षण, आर्थिक रूप से महिलाओं को मजबूत बनाना,उन्हें अधिकार देना भी उनका एक लक्ष्य था।
वहीं उन्होंने अफसोस जाहिर कर कहा कि उनके प्रिय नेता नीतीश कुमार ने जिन महापुरुषों का अनुसरण किया, उनमें से लोहिया भी एक थे। लोहिया के कई अनुयायी बाद में सरकार में शामिल तो हुए,परंतु उन्होंने लोहिया के विचारों और आदर्शों की तरफ मुड़कर भी नहीं देखा।
जदयू युवा जिलाध्यक्ष विक्रम यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने शासनकाल में लोहिया के सपनों को साकार करने का काम किया। ग्रामपंचायत व नगर निकायों में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण देकर, सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35 फीसदी आरक्षण देकर, स्वयं सहायता समुहों को जीविका योजना से जोड़ महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाकर, छात्राओं को पोशाक योजना,साईकल योजना व छात्रवृति योजना से जोड़कर, प्रखंड से सचिवालय तक प्रशासन में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित कर हमारे यशस्वी मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी ने लोहिया जी को सच्ची श्रद्धांजलि देने का काम किया है।
विदित हो कि समाजवादी चिंतक डॉ. राम मनोहर लोहिया की 111वीं जयंती पर जदयू जिलाध्यक्ष बबलू मंडल, युवा जदयू जिलाध्यक्ष विक्रम यादव सहित जदयू नेता दीपक सिन्हा, अमित कुमार मंटू,अरबिंद मोहन,सुनील कुमार मुखिया, सुनीत कुमार चैधरी, पूर्व जिलाध्यक्ष सह अलौली के पूर्व प्रत्यासी साधना देवी, लोकसभा प्रभारी नीलम वर्मा,सुमित कुमार सिंह,अशोक कुमार सिंह,चंदन कश्यप,अरुण केसरी,देवनारायण मंडल,मनोज कुमार सिंह,कैप्टन योगेन्द्र सिंह,नूतन सिंह पटेल,सुबोध पटेल,योगेन्द्र सिंह, विनय कुमार पटेल,मुकेश कुमार सिंह,जियाउल हक,उमेश सिंह पटेल,पंकज सिंह,महिला प्रकोष्ठ जिलाधक्ष राका सहाय,पार्वती देवी,अंजू देवी मुखिया,पंकज गुप्ता,अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष प्रवीण चैरसिया,व्यवसायिक प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष जय कुमार सिन्हा ,पंकज कुशवाहा,रामबिलास महतो, विवेकानंद निराला,राजीव कुमार गुप्ता, पुरुषोत्तम अग्रवाल,रवींद्र कुमार सिंह,रंजना देवी,महिला जिला प्रवक्ता निर्मला कुमारी,पार्वती देवी,कंचन कुमारी,सैयद नैसर खान,मंटू चैधरी, मो0साहेब उद्दीन,अनिल सिंह,राजेश सिंह,अशोक राय,मनोज कुमार सिंह,नरेश वर्मा,अबरार अहमद,अनुज कुमार शर्मा,सावन कुमार,दीपक कुमार,पंकज चैधरी,अमरदीप कुमार,अशोक कुमार साहनी,वकील सिंह सहित पार्टी के सभी प्रखंड अध्यक्ष व तमाम साथियों ने उन्हें हृदय की गहराइयों से श्रद्धांजलि अर्पित किया।
काशीमपुर पंचायत मे पंचायत अध्यक्ष कमल किशोर पटेल की अध्यक्षता में सदर प्रखंड अध्यक्ष राम प्रकाश सिंह की उपस्थिति में डॉ राम मनोहर लोहिया की जयंती मनाई गई– खगड़िया/कोशी एक्सप्रेस/सदर प्रखंड खगड़िया के काशीमपुर पंचायत मे पंचायत अध्यक्ष कमल किशोर पटेल की अध्यक्षता में सदर प्रखंड अध्यक्ष श्री राम प्रकाश सिंह की उपस्थिति में डॉ राम मनोहर लोहिया की जयंती मनाई गई। जिसमें पंचायत के बुद्धिजीवी एवं युवा भाग लिए जिसमे जिला सचिव अमर कुमार उर्फ अमर तबाही, बबलू पटेल, मंटून पटेल, सुधीर शाह, लखन साहेब, सकल पटेल, धीरज कुमार, रवि कुमार, राम कुमार ,चंदन कुमार उपस्थित थे। प्रखंड अध्यक्ष लोहिया जी के जीवन पर प्रकाश डालें और उनके रास्ते पर चलने का संकल्प लिए।
वक्ताओं ने कहा के राम मनोहर लोहिया भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के सेनानी, प्रखर चिन्तक तथा समाजवादी राजनेता थे। जिन्होंने अन्य क्रांतिकारी व स्वतंत्रता सेनानियों से प्रेरणा लेकर भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिए वे न केवल अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन में भाग लिए बल्कि विकसित भारत के लिए संघर्ष करते रहे है। लोहिया जानते थे कि विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका में अंग्रेजी का प्रयोग आम जनता की प्रजातंत्र में शत प्रतिशत भागीदारी के रास्ते का रोड़ा है। उन्होंने इसे सामंती भाषा बताते हुए इसके प्रयोग के खतरों से बारंबार आगाह किया और बताया कि यह मजदूरों, किसानों और शारीरिक श्रम से जुड़े आम लोगों की भाषा नहीं है। उन्होंने लिखा।
“यदि सरकारी और सार्वजनिक काम ऐसी भाषा में चलाये जाएं, जिसे देश के करोड़ों आदमी न समझ सकें, तो यह केवल एक प्रकार का जादू-टोना होगा।”
लोहिया अनेक सिद्धान्तों, कार्यक्रमों और क्रांतियों के जनक हैं। वे सभी अन्यायों के विरुद्ध एक साथ जेहाद बोलने के पक्षपाती थे। उन्होंने एक साथ सात क्रांतियों का आह्वान किया। वे सात क्रान्तियां थी ये थीं-
(१) नर-नारी की समानता के लिए क्रान्ति,
(२) चमड़ी के रंग पर रची राजकीय, आर्थिक और दिमागी असमानता के खिलाफ क्रान्ति,
(३) संस्कारगत, जन्मजात जातिप्रथा के खिलाफ और पिछड़ों को विशेष अवसर के लिए क्रान्ति,
(४) परदेसी गुलामी के खिलाफ और स्वतन्त्रता तथा विश्व लोक-राज के लिए क्रान्ति,
(५) निजी पूँजी की विषमताओं के खिलाफ और आर्थिक समानता के लिए तथा योजना द्वारा पैदावार बढ़ाने के लिए क्रान्ति,
(६) निजी जीवन में अन्यायी हस्तक्षेप के खिलाफ और लोकतंत्री पद्धति के लिए क्रान्ति,
(७) अस्त्र-शस्त्र के खिलाफ और सत्याग्रह के लिये क्रान्ति।
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