
खगड़िया: निर्देशक डॉ. शशिभूषण शर्मा नहीं रहे…शोक के सागर में डूबे ग्रामीण…
खगड़िया: निर्देशक डॉ. शशिभूषण शर्मा नहीं रहे…शोक के सागर में डूबे ग्रामीण…
खगड़िया/ कौशी एक्सप्रेस/ खगड़िया की सांस्कृतिक धरती आज शोक में डूबी हुई है। नाटककार, लेखक, समाजसेवी एवं नव युवक नाट्य कला परिषद के निर्देशक डॉ. शशिभूषण शर्मा का 11 नवम्बर की रात्रि करीब 11:43 बजे हृदय गति रुक जाने से आकस्मिक निधन हो गया। वे 66 वर्ष के थे। उनके निधन की खबर फैलते ही रहीमपुर मध्य पंचायत के नन्हकू मंडल टोला समेत पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। नव युवक नाट्यकला परिषद के संरक्षक सह कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष कुमार भानु प्रताप उर्फ गुड्डू पासवान तथा जदयू जिला प्रवक्ता आचार्य राकेश पासवान शास्त्री ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि डॉ. शर्मा का निधन समाज और संस्कृति दोनों के लिए अपूरणीय क्षति है, जिसकी भरपाई संभव नहीं।
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति और परिजनों को धैर्य प्रदान करें। जदयू प्रवक्ता शास्त्री ने बताया कि डॉ. शर्मा ने अपने सृजन से स्थानीय रंगमंच को नई ऊंचाई दी। उनके लिखे ‘समाज का दानव’, ‘राखी और सिंदूर’, ‘लव-कुश’, ‘भक्त प्रह्लाद’, ‘रामलीला’, ‘कृष्णलीला’, ‘परशुराम प्रतिज्ञा’ और ‘रानी पिंगला’ जैसे नाटकों ने ग्रामीण समाज में सामाजिक चेतना और सांस्कृतिक जागरूकता का संचार किया। वे सरल, मिलनसार और मृदुभाषी व्यक्तित्व के धनी थे, जिनकी उपस्थिति हर आयोजन में प्रेरणास्रोत हुआ करती थी। उनके निधन पर डॉ. निरंजन कुमार अधिवक्ता, पूर्व जिला पार्षद कृष्ण कुमार यादव उर्फ मुन्ना भाई, प्रो. डॉ. विनय कुमार पासवान, डॉ. अमित कुमार, डॉ. संतोष कुमार संत उर्फ पप्पू पासवान, स्थानीय मुखिया कृष्ण कुमार ठाकुर, पूर्व सरपंच देवनंदन प्रसाद यादव, पूर्व मुखिया मक्खन साह, वीर प्रकाश यादव, रामवालक प्रसाद यादव, पैक्स अध्यक्ष सह पूर्व मुखिया संजय यादव,सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक सोनेलाल पासवान, रामनरेश पोद्दार, संजय पासवान अधिवक्ता, नाट्य कला परिषद के अध्यक्ष रघुवंश यादव, कोषाध्यक्ष वशिष्ठ पोद्दार, सह-कोषाध्यक्ष रंजन साह, समाजसेवी प्रफुल्लचंद्र घोष, मौसम कुमार गोलू, डॉ. ईश्वरचंद्र शर्मा, शिक्षक जीवन शर्मा , अंकेश कुमार एवं राजेश यादव समेत सैकड़ों गणमान्य व्यक्तियों ने शोक संवेदना व्यक्त की और कहा कि डॉ. शर्मा की रचनाधर्मिता और सामाजिक योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। स्थानीय कलाकारों और ग्रामीणों ने नाट्यकला मंच पर उनके अर्थी को विश्राम देकर मोमबत्ती जलाकर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया।
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