
श्यामलाल चंद्रशेखर मेडिकल कॉलेज में 40वें राष्ट्रीय नेत्रदान पखवारे का उत्साहपूर्वक शुभारंभ…अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाता है नेत्रदान : डॉ. रीना कुमारी रूबी
श्यामलाल चंद्रशेखर मेडिकल कॉलेज में 40वें राष्ट्रीय नेत्रदान पखवारे का उत्साहपूर्वक शुभारंभ…अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाता है नेत्रदान : डॉ. रीना कुमारी रूबी
खगड़िया/ कौशी एक्सप्रेस/ श्यामलाल चंद्रशेखर मेडिकल कॉलेज सह शहीद प्रभु नारायण मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल के सभागार में 40वें राष्ट्रीय नेत्रदान पखवारा का आयोजन बड़े ही उत्साह के साथ शुभारंभ किया गया। संस्थान के मिडिया प्रभारी अमरीष कुमार ने कहा कि कार्यक्रम का विधिवत उदधाटन संस्थान के उप निदेशक डॉ. रीना कुमारी रूबी, डॉ. अमर सत्यम, डॉ. कुमार विश्वप्रिय एवं इंजीनियर धर्मेंद्र कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
समारोह में उपस्थित लोगों ने संकल्प लिया –
“जीते-जीते रक्तदान, जाते-जाते नेत्रदान”
“मृतक देह कुछ नहीं खोती, नेत्रदान से मिले नई ज्योति” प्रशिक्षु नेत्र सहायकों ने नाटक के माध्यम से नेत्रदान के महत्व को रोचक ढंग से प्रस्तुत कर कार्यक्रम को भावविभोर कर दिया। इस अवसर पर डॉ. रीना कुमारी रूबी ने कहा – “मरीजों की सेवा करना सबसे बड़ा सौभाग्य है। इसी सेवा भाव के कारण ही डॉ. विवेकानंद ने श्यामलाल चंद्रशेखर मेडिकल कॉलेज की स्थापना संभव की। अब समय है कि हम सब मिलकर आंख विभाग को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाएँ ताकि हमारे पिछड़े इलाके के गरीब मरीज कालेज के आधुनिक सुविधाओं का लाभ उठा सकें।” इंजीनियर धर्मेंद्र कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया और नेत्र सहायक के.के. सुमन, शिवशंकर चौरसिया एवं अनुराग कुमार के योगदान की सराहना की। इस अवसर पर डॉ. रीना कुमारी रूबी ने बिहार सरकार में कार्यरत एवं संस्थान के पूर्ववर्ती छात्र – अश्विन कुमार, अविनाश कुमार, प्रभात कुमार एवं अभिनव कुमार को सम्मानित कर पुरस्कृत किया।
कार्यक्रम में प्रशिक्षु नेत्र सहायक नैंसी कुमारी, चांदनी कुमारी, काजू कुमारी, पार्वती कुमारी, अमर कुमार, यीशु एवं संदीप सहित कई छात्रों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
पखवारा के अंतिम दिन सर्वश्रेष्ठ योगदान देने बालों को पुरस्कृत किया जाएगा।
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