
खगड़िया में आंख के विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित मिथिला आंख हॉस्पिटल – डॉ नवीन कुमार
खगड़िया में आंख के विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित मिथिला आंख हॉस्पिटल – डॉ नवीन कुमार …
मिथिला आंख हॉस्पिटल अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है और आंखों की जटिल बीमारियों के इलाज के लिए समर्पित है- विकास कुमार, संचालक
खगड़िया/ कौशी एक्सप्रेस/ बलुआही बस स्टैंड समीप मिथिला आंख हॉस्पिटल आंखों की जटिल बीमारियों जैसे रेटिना और मोतियाबिंद के इलाज के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है।
मिथिला आंख हॉस्पिटल के युवा संचालक विकास कुमार ने बताया कि मिथिला आंख हॉस्पिटल अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है और आंखों की जटिल बीमारियों के इलाज के लिए समर्पित है। वहीं हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. नवीन कुमार ने जानकारी दी कि मिथिला आंख हॉस्पिटल में आंखों से जुड़ी सभी समस्याओं के इलाज के लिए अत्याधुनिक तकनीक और सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। यहां विशेषज्ञ सर्जनों द्वारा विभिन्न प्रकार की आंखों की सर्जरी की जा रही है।
अस्पताल में कुशल चिकित्सक डॉ शिल्पी सिंह, डॉ निलेश गौतम द्वारा मरीजों का इलाज किया जा रहा है। इन विशेषज्ञों का कहना है कि मिथिला आंख हॉस्पिटल का उद्देश्य खगड़िया और आसपास के क्षेत्रों में आंखों के बेहतर और उन्नत इलाज की सुविधाएं प्रदान करना है, ताकि लोगों को जटिल सर्जरी के लिए दिल्ली या अन्य बड़े शहरों की ओर न जाना पड़े।
मिथिला आंख हॉस्पिटल के संचालक विकास कुमार ने बताया कि वर्षों के अध्ययन एवं सर्वे में पाया गया है कि मनुष्य के आँखो की बनावट भिन्न-भिन्न होती है। एक ओर जहां आइरिस पैटर्न से मनुष्य की युनिक पहचान बनती है उसी तरह मनुष्य के आँखो का साइज ही कई बार भिन्न पाया जाता है। जहाँ तक 60-70% मरीज की आँख गोलाई में होती है, वही 20-30%. मरीज अण्डाकार या अन्य साईज में पाए जाते हैं। कई बार पुतली के अण्डाकार होने से अलग तरह की बीमारी हो जाती है। उम्रदराज व्यक्ति के आंख की पुतली भी अण्डाकार में पाया जाता है वैसे मरीजो में अस्तिगमाटिस्म पाया जाता है। बढ़ती उम्र में मोतियाबिंद होने के फलस्वरूप आपरेशन की आवश्यकता पड़ती है। मोतियाबिंद ऑपरेशन पश्चात सिम्पल मोनोफोकल लेन्स लगाने से परेशानी बनी रहती है। मिथिला आंख हॉस्पीटल में विशेष रूप से टोरिक लेन्स का प्रयोग कर किया जाता है। होरिक लेन्स एक प्रकार का स्फीयरोसिलिंड्रिकल लेन्स है जिसे फेको विधि से ही सटीक इलाज हो पाता है। मिथिला आंख हॉस्पिटल डायरेक्टर डॉ. नवीन के अनुसार नेत्र संबंधी विशेषज्ञताओं में अपनी सेवाएं प्रदान करता है, जिसमें रिफ्रेक्टिव प्रक्रियाएं (दृष्टि सुधार प्रक्रियाएं), आईपीसीएल (उच्च चश्मे की क्षमता के लिए), मोतियाबिंद, ग्लूकोमा, विट्रीओ रेटिनल सेवाएं, यूविया, कॉर्निया, स्क्विंट, बाल चिकित्सा नेत्र विज्ञान, न्यूरो-नेत्र विज्ञान, ऑकुलोप्लास्टी और ट्यूमर, ऑप्टिकल्स और विजन एड्स, कॉन्टैक्ट लेंस और व्यापक नेत्र जांच शामिल हैं। हम अपने मरीज को उच्च स्तरीय नेत्र देखभाल प्रदान करना चाहते हैं और खगड़िया में यह सुविधा हमारे पहले प्रयास का प्रतीक है।”
मिथिला आंख हॉस्पिटल में अपनी सेवा दे रही शिल्पी सिंह ने कहा, “हमारा लक्ष्य मरीज़ों के दरवाज़े पर विश्वस्तरीय नेत्र देखभाल सेवाएँ प्रदान करना है। हजारों ज़्यादा संतुष्ट मरीज़ों के भरोसे को मज़बूत करते हुए, हमने एक नया लक्ष्य शुरू किया है – ‘आओ अच्छा देखें’; जो लोगों का स्वागत करता है और उन्हें जीवन के प्रति एक बेहतर नज़रिया अपनाने के लिए प्रेरित करता है। इस तरह, हम उम्मीद करते हैं कि हर कोई एक स्वस्थ दृष्टिकोण बनाए रखेगा और सकारात्मक पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के प्रति एक समग्र दृष्टिकोण अपनाएगा।
विगत वर्षों से नेत्र देखभाल में अग्रणी, मिथिला हॉस्पिटल्स सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण नेत्र देखभाल प्रदान करने में विश्वास रखता है।
नवीनतम तकनीक से समर्थित, हमारे पास विशेषज्ञों और सहायक कर्मचारियों की एक अत्यंत अनुभवी टीम है जो हमारे मरीज़ों की देखभाल के लिए लगन और समर्पण के साथ अथक परिश्रम करती है। हमारे लिए, हमारे मरीज़ सिर्फ़ मरीज़ से कहीं बढ़कर हैं और यही वह मूल मूल्य है जो हमारे केंद्रों में देखभाल के हर स्तर और बिंदु तक पहुँचता है।
सैकड़ों अधिक सफल सर्जरी और प्रक्रियाओं के साथ, मिथिला हॉस्पिटल्स ने पहले ही बिहार में पूर्णिया, समस्तीपुर, मुसरी घरारी, सकरी, जंदाहा , रोसड़ा सहित अन्य शहरों में एक अग्रणी नेत्र देखभाल प्रदाता के रूप में खुद को स्थापित कर लिया है और आने वाले समय में और भी कई केंद्र खुलेंगे।
नोट- प्रसारित समाचार की जिम्मेवारी प्रेस की नहीं है तथा विज्ञापनों की प्रामाणिकता से प्रेस का कोई सबंध नहीं है – संपादक
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