
IIT Bombay में अध्ययनरत स्टूडेंट बिहार के FROGWALK App फाउंडर ई. निर्मल देव से लेंगे प्रशिक्षण..
IIT Bombay में अध्ययनरत स्टूडेंट बिहार के FROGWALK App फाउंडर ई. निर्मल देव से लेंगे प्रशिक्षण..
खगड़िया/कौशी एक्सप्रेस/ बदलते बिहार में जब युवाओं से उम्मीद की जाती है कि वो आगे आएं और उद्यमिता की ओर अग्रसर हों । ऐसे में एक नाम खगड़िया के ई निर्मल देव का भी आता है। वजह भी है, कहा जाता है बिहार में मजदूरी करने वालों की बड़ी तादाद है जो रोजगार के दूसरे राज्यों में पलायन कर जाते हैं , लेकिन निर्मल देव ने इंजीनियरिंग करने के बाद स्किल्ड और अनसकिल्ड मजदूरों को संगठित कर उन्हें अपने ही गांव घर , आसपास के घरों में रोजगार से जोड़ने की अनोखी पहल की । और उसी पहल का नाम है Frogwalk App .
ऐसा App जो 24 घंटे 365 दिन जरूरतमंद मजदूरों, कारीगरों को काम दिलाता है ।
आप सोंच रहें होंगे आखिर कैसे हो रहा ये सब ? तो थोड़ा ये भी जान लीजिए– आप बहुत सारे अन्य कार्यों के लिए कई एप्पके बारे में जान भी रहे होंगे, सुना भी होगा और उसका इस्तेमाल भी कर रहे होंगे । लेकिन आपको यदि घर में किसी पलंबर की जरूरत हो, किसी पेंटर की जरूरत हो, Ac खराब होने पर किसी कुशल कारीगर की जरूरत हो, घर में फर्नीचर टूट जानने पर कारपेंटर की जरूरत हो, गृह निर्माण के लिए राज मित्री की जरूरत हो तो आप परेशान हो जाते होंगे । आसपास के लोगों से पता करने के लिए निकल पड़ते होंगे । लेकिन अब यदि आप से ये कहा जाए कि कहीं जाने की जरूरत नहीं मोबाइल का जमाना है आप Frogwalk Aap download करिए और अपनी जरूरत के कुशल कारीगरों को ढूंढ लें, जहां उनके फोन नंबर के साथ सारी जानकारी दी हुई रहती है। आप फोन करें और जरूरत के कुशल कारीगर को बुलाकर घर बैठे काम करा लें ।यहां से जिस कारीगर को आप ढूंढेंगे उनकी प्रामाणिक परिचय एप्प में आपकी सुरक्षा के लिए उपलब्ध रहते हैं ।इतनी बेहतर प्रबंधन के साथ ये फ्रोगवॉक एप्प काफी बेहतर तरीके से कार्य को गति दे रहा और आम जनों को सुविधाएं प्रदान कर रहा है । यही सारी खूबी देखकर Google कंपनी ने भी फ्रोगवॉक एप्प के फाउंडर ई निर्मल देव की पीट थपथपाई है । इतना ही नहीं Google Play Store के जनरल मैनेजर व वाइस प्रेसिडेंट Mr Sam Bright ने तो इस फ्रोगवॉक एप्प को प्रोत्साहित करने के लिए सपोर्ट में एक वीडियो भी बना कर रिलीज की है । बात यहीं तक नहीं थमती, अब तो IIT Mumbai ने फ्रोगवॉक एप्पके साथ एक करार भी किया है कि IIT Mumbai में अध्ययनरत स्टूडेंट बिहार के खगड़िया में आकर फ्रोगवॉक एप्प के फाउंडर ई निर्मल देव से प्रशिक्षण भी लेंगे और जानेंगे कि ये सब कैसे किया जा रहा है, कैसे किया जा सकता है।बिहार के लिए एक गर्व की बात है। फ्रोगवॉक ऐप के फाउंडर ई निर्मल देव बताते हैं कि ये कोई एक दिन में संभव नहीं हो पाया, इसके पीछे पिछले कुछ सालों से लगातार प्रत्येक दिन की मेहनत है। गांव गांव , कस्बे कस्बे जाकर कारीगरों, मजदूरों के बारे में जानकारी लेना उसे जोड़ने के लिए उनकी विवरणी लेना और उन्हें रजिस्टर्ड कर इससे जुड़ने के फायदे को समझना इतनी सारी प्रकिया के बाद आज दुनिया इस फ्रोगवॉक एप्प को इतना काबिल समझ रही है और आम जनों के लिए बहुत जरूरत के तौर पर देख रही है ।इस एप्प की चर्चा बिहार सरकार के आला अधिकारियों तक भी पहुंची तो कई बार ई निर्मल देव को सम्मानित किया गया ।बिहार के प्रत्येक जिले में फ्रोगवॉक एप्प को विकसित करने की दिशा में निरंतर कार्य चल रहा है। वर्तमान में ये बिहार के खगड़िया, बेगूसराय और मुंगेर में कुशल कारीगरों को एक जगह संगठित कर रोजगार देने के मामले में अहम भूमिका निभा रहा है। वो दिन दूर नहीं कि संपूर्ण बिहार में इस फ्रोगवॉक एप्प पहुंच होगी ।लाखों लोग इसके जरिए कुशल कारीगरों को घर बैठे रोजगार के अवसर मिलते रहेंगे। कहें तो फ्रोगवॉक एप्प स्टार्टअप की दिशा में बिहार में काफी बड़े योगदान के रूप में जाना जाएगा।