
श्यामलाल चंद्रशेखर नर्सिंग कॉलेज और राजमाता माधुरी देवी टीटी कॉलेज के पांच विद्यार्थी होंगे गोल्ड मेडल से सम्मानित
श्यामलाल चंद्रशेखर नर्सिंग कॉलेज और राजमाता माधुरी देवी टीटी कॉलेज के पांच विद्यार्थी होंगे गोल्ड मेडल से सम्मानित
खगड़िया/ कौशी एक्सप्रेस/शिक्षा के क्षेत्र में खगड़िया ने अपनी अलग पहचान बनाते हुए नया इतिहास रचा है। आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय, पटना के आगामी दीक्षांत समारोह में खगड़िया के पांचों विद्यार्थियों को माननीय राज्यपाल के हाथों स्वर्ण पदक से सम्मानित किया जाएगा। यह उपलब्धि पूरे जिले के लिए गर्व का विषय है। इस सफलता में श्यामलाल चंद्रशेखर नर्सिंग कॉलेज, खगड़िया का प्रदर्शन सबसे खास रहा। कॉलेज की छात्रा सोनी कुमारी (बीएससी नर्सिंग 2018-22), असीम कुमार (एमएससी सर्जिकल नर्सिंग 2020-22), तिशा बनर्जी (एमएससी पीडियाट्रिक नर्सिंग 2021-23) और मौसमी किरन (पोस्ट बेसिक नर्सिंग 2021-23) ने अपने-अपने पाठ्यक्रमों में विश्वविद्यालय स्तर पर सर्वोच्च स्थान प्राप्त कर गोल्ड मेडल हासिल किया है। इसी कड़ी में राजमाता माधुरी देवी टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज, खगड़िया की छात्रा एवं अध्यापिका शालु कुमारी (बीएड 2022-24) ने भी प्रथम स्थान प्राप्त कर स्वर्ण पदक अर्जित किया है। इससे जिले के शिक्षक-प्रशिक्षण संस्थानों की साख और मजबूत हुई है।
आर्यभट्ट विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में हर साल टॉपर छात्रों को गोल्ड मेडल दिया जाता है। खगड़िया के छात्रों द्वारा पाँच स्वर्ण पदक हासिल करना जिले की शिक्षा यात्रा के लिए मील का पत्थर है।
इस उपलब्धि का श्रेय श्यामलाल चंद्रशेखर मेडिकल कॉलेज एवं नर्सिंग संस्थान के निदेशक डॉ. विवेकानंद, प्रबंधक ई. धर्मेंद्र, डॉ. अमर सत्यम, प्राचार्य डॉ. डेफिनी जेम्स, राजमाता माधुरी देवी टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज के प्राचार्य डॉ. इंद्रजीत पटेल, दोनों कॉलेजों के शिक्षकों और मेहनती छात्रों के साथ-साथ जिले के बुद्धिजीवियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, शुभचिंतकों और व्यापारियों को भी जाता है, जिन्होंने समय-समय पर संस्थानों का सहयोग किया।
निदेशक डॉ. विवेकानंद ने कहा – “यह खगड़िया के लिए गर्व की बात है। हमारे छात्रों ने दिखा दिया है कि अनुशासन और कड़ी मेहनत से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का काम करेगी।”
सामाजिक एवं आरटीआई एक्टिविस्ट सह संस्थान के मीडिया प्रभारी अमरीष कुमार ने भी खुशी जताते हुए कहा – “पाँच गोल्ड मेडल की यह उपलब्धि सिर्फ एक कॉलेज या संस्थान की नहीं, बल्कि पूरे खगड़िया जिले की है। इसमें शिक्षकों और छात्रों के साथ-साथ समाज के बुद्धिजीवियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, व्यापारियों और शुभचिंतकों का योगदान है। यह साबित करता है कि खगड़िया की प्रतिभाएँ अवसर मिलने पर देश-दुनिया में अपनी अलग पहचान बना सकती हैं।”
खगड़िया के लिए पाँच स्वर्ण पदक की यह सफलता शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक पड़ाव है। यह उपलब्धि बताती है कि अब यह जिला केवल भूगोल के मानचित्र पर ही नहीं, बल्कि उच्च शिक्षा और प्रतिभा के मानचित्र पर भी अपनी सशक्त पहचान बना रहा है।
नोट- प्रसारित समाचार की जिम्मेवारी प्रेस की नहीं है तथा विज्ञापनों की प्रामाणिकता से प्रेस का कोई सबंध नहीं है – संपादक
*